श्रृंखला साहित्य मंच पिथौरा के तत्वाधान में कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री कन्हैया लाल डड़सेना की स्मृति में जनपद पंचायत पिथौरा (जिला-महासमुंद) के ग्राम टेका में कल आयोजित आँचलिक कवि सम्मेलन सभी काव्य रसिकों के लिए यादगार बन गया ।
कौड़िया डोंगरी और टेका डोंगरी के बीच शिवा आईटीआई द्वारा अंचल की सक्रिय साहित्यिक संस्था ‘श्रृंखला साहित्य मंच ‘ के सहयोग से यह आयोजन किया गया । दोनों पहाड़ियों के बीच राष्ट्रीय राज मार्ग 53 के किनारे आईटीआई भवन में आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री गौतम प्रधान ने की ।
हल्की बारिश से भीगी दोपहरी में दोनों पहाड़ियाँ हरे -भरे वातावरण में नये – पुराने कवियों की हिन्दी ,छत्तीसगढ़ी और उर्दू रचनाओं से गूँजती रही ।
सम्मेलन में बागबाहरा के सर्वश्री हबीब समर और रूपेन्द्र तिवारी , अभनपुर के श्री ललित शर्मा, बसना के श्री बद्रीप्रसाद पुरोहित ग्राम चरौदा ( बारनवापारा ) के सरपंच कवि माधव तिवारी तथा महासमुंद के बन्धु राजेश्वर खरे और देवनारायण साहू सहित श्रृंखला साहित्य मंच पिथौरा के अनेक कनिष्ठ और वरिष्ठ रचनाकारों ने काव्य पाठ किया ,जिनमें सर्वश्री बंटी छत्तीसगढ़िया , शिवकुमार नीरज , अनूप दीक्षित , निर्वेश दीक्षित , संतोष गुप्ता , शशिधर डड़सेना , शिवा मोहंती , प्रवीण प्रवाह , संजय गोयल , सुश्री ज्योतेश्वरी साहू और कई अन्य रचनाकार शामिल थे ।
सभी कवियों ने मानव जीवन के दुःख -दर्द से लेकर देश और दुनिया की विभिन्न सामाजिक -आर्थिक विसंगतियों पर अपनी कविताएँ पढ़ीं । कार्यक्रम का संचालन सर्वश्री प्रवीण प्रवाह और शिवा महंती ने और आभार प्रदर्शन शिवा आईटीआई के तकनीकी निदेशक श्री ललित किशोर शर्मा ने किया ।
पिथौरा के पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री सतपाल सिंह छाबडा और वरिष्ठ मानस गायक श्री जवाहर लाल नायक ग्राम सांकरा से विशेष रूप से आकर सम्मेलन में कवियों का उत्साह बढ़ाया ।
इस आईटीआई भवन के निर्माण के लिए ज़मीन श्री स्वराज करुण के बाल सखा और सहपाठी भाई तथा अंचल के किसान लीलाधर डड़सेना द्वारा दान में दी है ,जहाँ इस क्षेत्र के युवा हुनरमंद बनकर रोजगार के लायक तो बनेंगे ही ,साथ ही राष्ट्र के निर्माण और विकास में भी सहभागी बनेंगे ।
लीलाधर डड़सेना स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय श्री कन्हैयालाल डड़सेना के सुपौत्र और समाज सेवी कृषक स्वर्गीय श्री नारायण डड़सेना के सुपुत्र हैं । लीलाधर का बेटा योगेश्वर (गोलू ) इस आईटीआई का संचालक है ।
शानदार आयोजन का सुंदर विवरण। सभी को बहुत – बहुत बधाई व शुभकामनाएं…