30 लाख की धोखाधड़ी से उपजा हत्याकांड: वकील और पत्नी समेत चार गिरफ्तार, ट्रॉली बैग में शव छिपाकर दिल्ली भागे थे
रायपुर, 25 जून 2025/ राजधानी रायपुर के डी.डी.नगर थाना क्षेत्र में सामने आई एक अंधे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी एक वकील और उसकी पत्नी शामिल हैं। हत्या की यह वारदात मृतक से 30 लाख रुपये हड़पने और दबाव में आने के चलते की गई थी। शव को पहले ट्रॉली बैग में, फिर टिन की पेटी में भरकर सीमेंट से ढँक दिया गया था और उसे एक सुनसान स्थान पर फेंक दिया गया।
शव मिलने से शुरू हुई जांच: टिन की पेटी से बदबू के साथ मिला था शव
दिनांक 23 जून 2025 को थाना डी.डी.नगर क्षेत्रांतर्गत इन्द्रप्रस्थ कालोनी के पास वंडरलैंड वाटरपार्क के पीछे एक नाले के पास लावारिस हालत में टिन की पेटी से दुर्गंध आने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुँची। पेटी के भीतर एक लाल रंग की ट्रॉली बैग में बंधे हुए पैर वाले पुरुष का शव मिला, जिस पर सीमेंट डाला गया था। शव की पहचान बाद में किशोर पैकरा (58 वर्ष) निवासी आजाद चौक के रूप में की गई।
तीव्र जांच और टीम गठन: सीसीटीवी, फॉरेंसिक, सायबर और मुखबिर तंत्र का हुआ इस्तेमाल
घटना की गंभीरता को देखते हुए आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशन में क्राइम ब्रांच और थाना डी.डी.नगर पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया। टीमों ने फॉरेंसिक, डॉग स्क्वॉड, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से जांच शुरू की। इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी के डी-ब्लॉक से तीन पुरुषों और एक महिला को एक अल्टो कार में बड़ी पेटी लेकर जाते देखा गया।
मुख्य आरोपी वकील अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा निकले मास्टरमाइंड
वाहन की पहचान और ट्रंक की खरीद के आधार पर पुलिस की जांच अंकित उपाध्याय और उसकी पत्नी शिवानी शर्मा तक पहुँची, जिन्होंने हत्या के बाद दिल्ली भागने की योजना बनाई थी। दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट के उतरते ही सुरक्षा एजेंसियों की मदद से दोनों को हिरासत में लिया गया।
हत्या की पृष्ठभूमि: 30 लाख रुपये हड़पने और दबाव के चलते की गई साजिशन हत्या
आरोपी अंकित उपाध्याय ने बताया कि वह पेशे से वकील है और मृतक किशोर पैकरा उसका पक्षकार था। उसने पैकरा को हाईकोर्ट से मकान वापस दिलाने का झांसा देकर 30 लाख रुपये हड़प लिए। जब किशोर पैकरा लगातार पैसे की मांग करने लगा और दबाव बनाने लगा, तो पत्नी शिवानी के साथ मिलकर उसकी हत्या की साजिश रच डाली।
हत्या की पूरी योजना: किराये का मकान, नकली आधार कार्ड, ट्रॉली बैग और सीमेंट
अंकित ने फर्जी आधार कार्ड बनवाया और इन्द्रप्रस्थ कॉलोनी में किराये पर मकान लिया। 21 जून को किशोर पैकरा को बहाने से वहां बुलाया गया, जहां अंकित ने छाती पर बैठकर गला दबाया और चाकू से वार कर हत्या कर दी। पत्नी शिवानी ने मृतक के पैर पकड़े। शव को ट्रॉली बैग में डालकर परफ्यूम छिड़का गया और बाद में टिन की पेटी खरीदी गई। शव से बदबू आने पर उस पर सीमेंट डाला गया।
दो अन्य आरोपी भी गिरफ्तार: शव फेंकने में दी मदद
शव भारी होने के कारण आरोपी दंपत्ति ने अपने परिचित सूर्यकांत यदु और विनय यदु को बुलाया, जिन्हें घटना की जानकारी देकर मदद मांगी। चारों ने मिलकर शव को अल्टो कार में रखकर सुनसान स्थान पर फेंका और सबूत मिटाने के लिए इस्तेमाल किए गए वाहन को गैरेज में डेंटिंग-पेंटिंग के लिए छोड़ दिया।
घटनास्थल से सबूत बरामद, फॉरेंसिक टीम की अहम भूमिका
पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. भास्कर बनर्जी व टीम और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट अजय साहू के नेतृत्व में किया। जांच में हत्या में प्रयुक्त अल्टो कार, दो दोपहिया वाहन, और पाँच मोबाइल फोन जब्त किए गए।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
चारों आरोपियों—अंकित उपाध्याय (31 वर्ष), शिवानी शर्मा (24 वर्ष), विनय यदु (23 वर्ष) और सूर्यकांत यदु (21 वर्ष)—को गिरफ्तार कर थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 255/25 के तहत धारा 103(1), 238क, 61(2), 3(5) बी.एन.एस. के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
टीम को इनाम की घोषणा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने उत्कृष्ट कार्य हेतु पुलिस टीम को नगद इनाम देने की घोषणा की है। इस कार्रवाई में एण्टी क्राइम एवं साइबर यूनिट और डी.डी.नगर थाना पुलिस की विशेष भूमिका रही।