चोला माटी के हो राम, माटी के गीत गाने वाला, माटी का लाल, माटी में समा गया

जीवन भर माटी-महतारी की महिमा का बखान करने वाला माटी का लाल यह प्रतिभावान कवि छत्तीसगढ़ की माटी में समा गया।

Read more

असमवासी छत्तीसगढ़िया पुस्तक का विमोचन

इनमें से एक पुस्तक ’असमवासी छत्तीसगढ़िया’ के लेखक रायपुर के श्री अशोक तिवारी और दुर्ग के श्री संजीव तिवारी तथा दूसरी पुस्तक ’छत्तीसगढ़ 2018’ के लेखक श्री शिव अनुराग पटेरिया हैं। 

Read more

रतियावन की चेली पार्वती आइना दिखाती है समाज को : अनुराग चतुर्वेदी

एक मासुम बच्चे से शुरू हुई यह संघर्ष यात्रा दारूण कथा बन गई मात्र विधाता द्वारा रचित एक अनगढ़ कृति बनने पर, जिस पर की किसी का सर्वथा कोई वश नहीं।

Read more

कहानी का किन्नर समाज के प्रति बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा : मुकेश पाण्डेय “चंदन”

रतियावन की चेली अपनी तमाम मुश्किलों और परेशानियों के बावजूद समाज के लोगों के लिए हर समय अच्छा ही सोचती है उसके मन से सदा उनके लिए दुआएं और आशीर्वाद ही निकलता है

Read more

“रतियावन की चेली” कहानी समूचे समाज को झिंझोड‌कर रख देती है : डॉ मीनाक्षी स्वामी

वह समझ नहीं पाती है कि मोहल्ले की महिलाएं विभिन्न अवसरों पर उसे नए कपड़े, चूड़ी पाटला आदि क्यों देती हैं। रतियावन नाम की किन्नर उसकी वास्तविकता से अवगत कराती है।

Read more

लाला जगदलपुरी स्मृति साहित्य एवं संस्कृति शोध क्रेन्द की होगी स्थापना

कोण्डागाँव के पेंसनर भवन में जगदलपुर, नारायणपुर, कोण्डागांव एवं बहीगांव के साहित्य एवं संस्कृति प्रेमियों की एक बैठक 11 मार्च

Read more