पॉजिटिव स्टोरी

futuredपॉजिटिव स्टोरी

चिड़िया के जैसे पैरों वाली विशेष जनजाति

वाडोमा जनजाति, जिसे “स्टार-फुट जनजाति” के नाम से भी जाना जाता है, जिम्बाब्वे की एक अनूठी और विशिष्ट जनजाति है। यह जनजाति मुख्यतः जिम्बाब्वे के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित ज़म्बेजी घाटी के पहाड़ी इलाकों में निवास करती है। वाडोमा जनजाति अपनी सांस्कृतिक परंपराओं, जीवनशैली और एक अद्वितीय आनुवंशिक स्थिति के लिए जानी जाती है।

Read More
futuredपॉजिटिव स्टोरी

वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और भारत की आर्थिक समृद्धि की यात्रा

विश्व के कुछ देशों में सत्ता परिवर्तन के बाद आर्थिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हुए दिखाई दे रहे

Read More
futuredपॉजिटिव स्टोरी

भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती और भविष्य की संभावनाएँ : आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25

भारत सरकार की वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन द्वारा 31 जनवरी 2025 को लोक सभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 प्रस्तुत किया गया। यह सर्वेक्षण देश की आर्थिक स्थिति का व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत करता है और आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए संभावित आर्थिक परिदृश्य को दर्शाता है।

Read More
futuredताजा खबरेंपॉजिटिव स्टोरी

भारत में धार्मिक पर्यटन से स्थापित हो रहे हैं रोजगार और व्यापार के नए आयाम

जम्मू में माता वैष्णोदेवी मंदिर, वाराणसी में भगवान भोलेनाथ मंदिर, अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर, उज्जैन में बाबा महाकाल मंदिर, दक्षिण में तिरुपति बालाजी मंदिर आदि ऐसे श्रद्धास्थल है जहां पूरे वर्ष भर ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।

Read More
futuredपॉजिटिव स्टोरी

प्राचीन भारतीय आर्थिक दर्शन और वैश्विक आर्थिक समस्याओं का समाधान

वैश्विक स्तर पर अमेरिकी डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अन्य देशों की मुद्राओं की कीमत अमेरिकी डॉलर की तुलना में गिर रही है। इससे, विशेष रूप से विभिन्न वस्तुओं का आयात करने वाले देशों में वस्तुओं के आयात के साथ मुद्रा स्फीति का भी आयात हो रहा है।

Read More
futuredपॉजिटिव स्टोरीविश्व वार्ता

भारत के पुनः जगद्गुरु बनने के पथ प्रदर्शक स्वामी विवेकानंद

शिकागो (अमेरिका) में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में पहुँचने से पूर्व स्वामीजी को अनगिनत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। तत्पश्चात ११ सितंबर १८९३ के पावन दिवस पर उनके मुख से गुरु रामकृष्ण प्रेरित ऐसी ओजस्वी वाणी गूंजी कि आज भी दुनिया याद करती है।

Read More