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सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं: उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा

उपमुख्यमंत्री बनने के बाद पहुंचे श्री शर्मा को आजाद हॉस्टल के छात्रों सहित परिसर स्थित अन्य हॉस्टल के छात्र-छात्राओं ने उल्लासपूर्वक उनका अभिनंदन किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने पूर्व छात्रों, अधीक्षकों, प्रोफेसरों तथा उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्रों तथा कर्मचारियों को सम्मानित किया। छात्रावास के छात्र-छात्राओं द्वारा उपमुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

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पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग में अध्यक्ष एवं सदस्य नियुक्त

छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग में नई नियुक्तियां की गई हैं। अजा, जजा पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग ने नवनियुक्त अध्यक्ष और सदस्यों नामों की सूची जारी की है। सेवानिवृत्त वित्त सचिव आर. एस विश्वकर्मा आयोग के अध्यक्ष होंगे।

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आदिवासी समाज का गौरवशाली अतीत रहा है : खाद्य मंत्री बघेल

खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल ने कहा है कि आदिवासी समाज का अतीत गौरवशाली रहा है। समाज की सभ्यता और संस्कृति लगातार प्रवाहशील है। आदिवासी समाज ने अपनी पारंपरिक कला, संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपरा को आज भी कायम रखा है। यह एक जागरूक समाज की पहचान है।

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छत्तीसगढ़ सरकार का नया दृष्टिकोण: जन भागीदारी और सुशासन पर जोर

रायपुर, 07 अगस्त 2024/छत्तीसगढ़ राज्य नीति आयोग द्वारा ’’अमृत कालः छत्तीसगढ़ विजन@2047’’ के तहत स्टियरिंग कमेटी की बैठक आज यहां

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आदिवासी अंचलों में पहुंच रही हैं तेजी से विकास योजनाएं

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की बागडोर आदिवासी नेता श्री विष्णु देव साय के हाथों में सौंप दी है, जो राज्य की स्थापना के 23 वर्षों में पहले आदिवासी मुख्यमंत्री बने हैं। नई सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की शुरुआत की है, जिनमें प्रधानमंत्री जनमन योजना, बस्तर में स्टील प्लांट की स्थापना, और आदिवासी बच्चों के लिए विशेष विद्यालय शामिल हैं। इन पहलों से आदिवासी समुदाय को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं।

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छत्तीसगढ़ में स्थापित होगा देश का तीसरा सबसे बड़ा बाघ अभयारण्य

छत्तीसगढ़ में देश का तीसरा सबसे बड़ा बाघ अभयारण्य, गुरु घासीदास-तमोर पिंगला, जल्द ही अस्तित्व में आएगा। यह नया बाघ अभयारण्य 2829.387 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला होगा और इसे छत्तीसगढ़ के प्रमुख वन क्षेत्रों को एकीकृत करके बनाया गया है। इस निर्णय से बाघों की सुरक्षा और संख्या में सुधार की उम्मीद है, साथ ही यह क्षेत्र इको-टूरिज़्म और स्थानीय रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगा।”

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