बकरी चराने से लेकर छह एम.ए. तक एक ग्रामीण शिक्षक की असाधारण यात्रा
रायपुर 14 अगस्त 2024 (आर.एन. एस.) विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्रों में भी रहते हैं। छत्तीसगढ़ के जिला उत्तर बस्तर (कांकेर) स्थित दुर्गुकोंदल तहसील के गांव राऊरवाही में रहने वाले सेवानिवृत्त अध्यापक चूड़ामणि पात्र ने अपने अध्यापन कार्य के साथ -साथ स्वाध्याय से छह विषयों में एम. ए. की डिग्रियाँ हासिल की हैं।ये विषय हैं -राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र ,लोक प्रशासन , इतिहास और संस्कृत । वे बस्तर संभाग के सुदूरवर्ती कोन्टा विकास खण्ड के ग्राम जगरगुंडा स्थित सरकारी मिडिल स्कूल से 30 जून 2020 को सेवानिवृत्त हुए हैं। भिलाई नगर की साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था अगासदिया की ओर से कल 13 अगस्त को श्री पात्र के गाँव राउरवाही में एक सादगीपूर्ण समारोह आयोजित कर उन्हें इस उपलब्धि के लिए अगासदिया सम्मान देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय आदिवासी हलबा समाज और छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष जी.आर.राना थे। समारोह में विशेष अतिथि के रूप में अगासदिया के अध्यक्ष डॉ. परदेशीराम वर्मा और भेलवा पानी के ढाल सिंह पात्र उपस्थित थे।अध्यक्षता लेखक बद्रीप्रसाद पारकर ने की।
अगासदिया के अध्यक्ष डॉ. परदेशीराम वर्मा ने बताया कि चूड़ामणि पात्र राऊरवाही गाँव के ऐसा व्यक्ति हैं ,जिन्होंने छुटपन में बकरी चराकर जीवन यापन किया। तत्कालीन नायब तहसीलदार जी. आर. राना ने उन्हें प्रेरित कर स्कूल में दाखिला दिलाया। बालक चूड़ामणि हलबा समाज का गरीब बालक था। उसे जी. आर. राणा ने पढ़ने के लिए संसाधन दिया। बच्चा पढ़ता गया। चूड़ामणि पात्र ने आगे चलकर शिक्षाविद के रूप में काम किया। वर्ष 1983 में उन्हें विकास खण्ड कोंटा में जगरगुड़ा मिडिल स्कूल में शिक्षक के रूप में नियुक्ति मिली। लगातार वे पढ़ते भी गए। उन्होंने क्रमशः छह विषयों में एम.ए. किया। डी.एड. भी उत्तीर्ण हुए और विभाग में नियुक्ति हुए। वे तबला वादन, गायन में छह वर्ष का कोविद पाठ्यक्रम भी कर चुके हैं। श्री चूड़ामणि पात्र गायक और तबला वादक भी हैं। आसपास के लोगों के तबला गुरू भी हैं। वे अपने परिवार के साथ अब अपने गांव राउरवाही में रहते हैं।
ऐसे विलक्षण व्यक्तित्व को सम्मानित करते हुए मुख्य अतिथि जी. आर. राना ने कहा कि ये गुदड़ी के लाल हैं। आगसदिया ने सदा ही ऐसे व्यक्तित्वों को सम्मान देकर उनकी योग्यता से समाज के लोगों को परिचित कराया है। श्री चूड़ामणि पात्र को दुपट्टा, श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कोचवाही,राउरवाही और राजाराव पठार सहित क्षेत्र के कई गाँवों के लोग उपस्थित थे। ग्राम भेलवा पानी के ढालसिंह पात्र ने कहा कि यह अनोखा आयोजन है इस क्षेत्र केनिवासी हम सभी लोगों के लिए नया अनुभव है। कार्यक्रम के बाद भैंसाकोनार, भोथा, ऊंचा पानी, बचानार, सुवापारा आदि गाँवों में प्रतिभाशाली लोगों से भेंट के लिए अगासदिया परिवार गया। डॉ. परदेशीराम वर्मा ने बताया कि इस तरह का साहित्यिक कार्यक्रम अगासदिया द्वारा भानुप्रतापपुर में भी आयोजित किया जाएगा।