कौन है बालेन शाह, जिसे नेपाल का प्रधानमंत्री बनाने की उठ रही है मांग
नेपाल की राजनीति और समाज में यदि हाल के वर्षों में किसी एक नाम ने सबसे ज्यादा चर्चा बटोरी है, तो वह है बालेन्द्र शाह। लोग उन्हें बालेन शाह के नाम से अधिक जानते हैं। एक ओर वे रैपर हैं, जिनकी आवाज़ ने सामाजिक अन्याय और भ्रष्टाचार के खिलाफ युवाओं को जागरूक किया, तो दूसरी ओर वे संरचनात्मक इंजीनियर हैं, जिन्होंने अपने ज्ञान को शहर के विकास में लगाया। इसके साथ ही वे काठमांडू महानगरपालिका के मेयर हैं, जिन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया।
27 अप्रैल 1990 को काठमांडू के नारादेवी इलाके में जन्मे बालेन मैथिल मूल के मधेसी परिवार से आते हैं। उनके पिता राम नारायण शाह आयुर्वेदिक चिकित्सक थे और मां गृहिणी। परिवार में शिक्षा और संस्कृति का माहौल था, जिसने उनके व्यक्तित्व को गढ़ा। बचपन से ही वे कविताएं और गीत लिखते थे। नौवीं कक्षा में उन्होंने पहला गीत “सड़क बालक” लिखा, जो आगे चलकर उनके संगीत करियर की शुरुआत बना। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने वी.एस. निकेतन स्कूल से पढ़ाई की, फिर हिमालयन व्हाइटहाउस इंटरनेशनल कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वे भारत गए और कर्नाटक की विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से संरचनात्मक इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री हासिल की।
संगीत की दुनिया में उनकी पहचान 2012 में शुरू हुई। 2013 में “रॉ बार्ज़” बैटल रैप सीरीज़ में हिस्सा लेकर वे नेपाली हिप-हॉप जगत में प्रसिद्ध हुए। उनके गानों का विषय सिर्फ मनोरंजन नहीं था, बल्कि वे गरीबी, विकास की कमी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सीधा प्रहार करते थे। उनका गीत “बलिदान” विशेष रूप से लोकप्रिय हुआ और इसे लाखों लोगों ने सुना। युवाओं में उनकी छवि एक ऐसे कलाकार की बनी जो उनके गुस्से और उम्मीदों को शब्द देता है।
राजनीति में उनका प्रवेश अचानक लेकिन ऐतिहासिक था। दिसंबर 2021 में उन्होंने घोषणा की कि वे काठमांडू महानगरपालिका के मेयर का चुनाव स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ेंगे। मई 2022 में वे भारी बहुमत से जीते और शहर के पहले स्वतंत्र मेयर बने। उनकी जीत ने यह दिखा दिया कि जनता पारंपरिक दलों से ऊब चुकी है और नए नेतृत्व की तलाश में है। मेयर बनने के बाद उन्होंने कचरा प्रबंधन, अवैध निर्माण हटाने और शिक्षा में सुधार जैसे कदम उठाए। “टेक्स्टबुक-फ्री फ्राइडे” जैसी योजनाओं ने उन्हें एक नवाचार करने वाले नेता के रूप में स्थापित किया।
हालांकि, उनके कार्यकाल में विवाद भी कम नहीं रहे। स्ट्रीट वेंडरों पर कार्रवाई, “आदिपुरुष” फिल्म पर बैन और नदी किनारे बस्तियों को हटाने जैसे फैसलों ने उन्हें आलोचना के घेरे में भी खड़ा किया। लेकिन युवाओं के बीच उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती रही। सोशल मीडिया पर उनकी छवि साफ-सुथरे, निडर और काम करने वाले नेता की है।
व्यक्तिगत जीवन में बालेन 2018 में सबीना काफले से विवाह कर चुके हैं और उनकी एक बेटी है। परिवार और राजनीति के बीच संतुलन बनाते हुए भी वे सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं और युवाओं से संवाद बनाए रखते हैं।
सितंबर 2025 में नेपाल में राजनीतिक संकट के बीच जब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दिया, तो बालेन शाह का नाम संभावित प्रधानमंत्री के रूप में सामने आया। हालांकि यह अभी अनिश्चित है, लेकिन जनता के बीच उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में देखा जा रहा है जो न तो पारंपरिक राजनीति का हिस्सा हैं और न ही किसी दल की कठपुतली। वे युवाओं की उम्मीदों का प्रतीक बन चुके हैं।
बालेन्द्र शाह की कहानी यह बताती है कि अगर ईमानदारी और जुनून हो, तो कोई भी युवा अपनी सोच से समाज और राजनीति दोनों में बदलाव ला सकता है। एक रैपर से लेकर काठमांडू के मेयर तक और अब प्रधानमंत्री पद की चर्चाओं तक उनकी यात्रा आज के नेपाल का नया चेहरा है—साहसी, ईमानदार और परिवर्तनकारी।

