अमेरिकी शुल्क नीति के प्रभाव से शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1,313 अंक और निफ्टी 332 अंक लुढ़के
मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली, क्योंकि निवेशकों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिशोधी शुल्क नीति के प्रभाव को लेकर भारी बिकवाली की। बीएसई सेंसेक्स 1.69 प्रतिशत यानी 1,313 अंक गिरकर 76,105.82 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1.41 प्रतिशत यानी 332.15 अंक लुढ़ककर 23,187.2 पर आ गया।
निवेशकों में असमंजस का माहौल
मेहता इक्विटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एनालिस्ट) प्रशांत टापसे ने कहा, “अमेरिका के प्रतिशोधी शुल्क 2 अप्रैल से लागू होने वाले हैं, इसलिए निवेशक किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते। वे अपने पुराने मुनाफे बेच रहे हैं।”
वैश्विक बाजारों की निगाहें ट्रंप की नई नीति पर टिकी हैं। जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “मार्च में भारत ने 6.3 प्रतिशत रिटर्न के साथ अन्य बाजारों से बेहतर प्रदर्शन किया। विदेशी निवेशकों की खरीदारी और शॉर्ट कवरिंग से यह तेजी बनी थी। लेकिन अब यह देखना होगा कि ट्रंप के शुल्क फैसले के बाद बाजार की दिशा क्या होगी।”
आने वाले दिनों में बाजार का रुख कैसा रहेगा?
यदि ट्रंप के शुल्क अपेक्षाकृत कम होते हैं, तो बाजार में आईटी और फार्मा जैसे वैश्विक रूप से जुड़े सेक्टरों के नेतृत्व में तेजी आ सकती है। लेकिन यदि शुल्क अधिक सख्त हुए, तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है।
टापसे ने यह भी कहा कि निवेशकों को ट्रंप के रूस और ईरान को लेकर दिए हालिया बयानों की भी चिंता है। रविवार को ट्रंप ने कहा था कि यदि रूस यूक्रेन युद्ध खत्म करने में बाधा डालता है, तो रूसी तेल खरीदने वालों पर 25 से 50 प्रतिशत तक का द्वितीयक शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि यदि ईरान अमेरिकी शर्तें नहीं मानता, तो उस पर बमबारी की जा सकती है।
बड़ी कंपनियों को हुआ भारी नुकसान
बीएसई के 30 कंपनियों में से 26 दोपहर तक लाल निशान में कारोबार कर रही थीं। सबसे अधिक नुकसान उठाने वाली कंपनियों में एचडीएफसी बैंक (3.07 प्रतिशत), बजाज फिनसर्व (3.01 प्रतिशत), इन्फोसिस (2.67 प्रतिशत), एचसीएल टेक (2.59 प्रतिशत) और सन फार्मा (2.36 प्रतिशत) शामिल रहीं।
बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और शुल्क नीति के स्पष्ट होने के बाद ही अगला कदम उठाना चाहिए।