अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध में नई तपिश: चीन ने लगाया 125% टैरिफ, शी जिनपिंग ने यूरोपीय संघ से की साथ आने की अपील
वैश्विक व्यापार जगत में एक और बड़ा झटका देते हुए चीन ने अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ अब कुल मिलाकर 125 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। यह कदम अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए 145 प्रतिशत आयात शुल्क के एक दिन बाद उठाया गया है, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध और गहराने की संभावना है।
गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित वस्तुओं पर भारी शुल्क की घोषणा की थी, जिसके जवाब में चीन ने यह कड़ा कदम उठाया है। यह फैसला न केवल आर्थिक मोर्चे पर तनाव को बढ़ा सकता है, बल्कि वैश्विक बाजारों में अस्थिरता को भी जन्म दे सकता है।
इसी बीच, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्पेन के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान यूरोपीय संघ से अपील की कि वह “एकतरफा दबाव और धमकी की राजनीति” के खिलाफ चीन का साथ दे। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक शक्तियां मिलकर एक निष्पक्ष और संतुलित व्यापार व्यवस्था की ओर बढ़ें।
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की यह रणनीति न केवल अमेरिका को आर्थिक जवाब देने का प्रयास है, बल्कि यह वैश्विक समर्थन जुटाने की भी पहल है। ऐसे में आगामी दिनों में व्यापारिक नीतियों और कूटनीतिक समीकरणों में अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इन कदमों से न केवल दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में खटास आने की आशंका है, बल्कि वैश्विक बाजारों में भी अस्थिरता बढ़ सकती है। निवेशकों को निकट भविष्य में सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है।