अफगानिस्तान में भूकंप से तबाही, भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ – राहत सामग्री और दवाइयाँ भेजीं
उत्तरी अफगानिस्तान में सोमवार तड़के आए 6.3 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 500 से अधिक घायल हो गए। भूकंप के कुछ घंटे बाद ही भारत ने मानवीय सहायता के तहत अफगानिस्तान को राहत सामग्री भेजी और तालिबान सरकार से संपर्क किया।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी को फोन कर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने बताया कि भारत की ओर से राहत सामग्री सोमवार को सौंपी गई है और जल्द ही अतिरिक्त दवाइयाँ भी भेजी जाएँगी। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत-अफगानिस्तान के बीच लोगों के आपसी संपर्क में सकारात्मक प्रगति हुई है और दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय मुद्दों पर उपयोगी चर्चा हुई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, “भारत ने अफगान जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए भूकंप प्रभावित परिवारों के लिए खाद्य सामग्री भेजी है।” उन्होंने सोशल मीडिया पर हैशटैग #IndiaFirstResponder के साथ यह जानकारी साझा की।
सूत्रों के अनुसार, भारत से लगभग 15 टन राहत सामग्री भेजी गई है। इसमें 50 बड़े पैकेट शामिल हैं — प्रत्येक पैकेट में 100 किलोग्राम गेहूं का आटा, 50 किलोग्राम चावल, 30 लीटर तेल, 28 किलोग्राम चीनी और नमक, 14-14 किलोग्राम दाल, राजमा और मटर, 4 किलोग्राम चाय, 30 साबुन की टिकिया और 4 लीटर डिशवॉशिंग लिक्विड शामिल है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र खुल्म कस्बे से लगभग 22 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में था और इसकी गहराई 28 किलोमीटर बताई गई।
अफगान स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत ज़मान ने कहा कि बाल्ख और समंगान प्रांतों में 20 शव और 534 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बदख्शां प्रांत के एक गाँव में लगभग 800 घर आंशिक या पूरी तरह ध्वस्त हो गए। वहीं इंटरनेट की कमी के कारण वहाँ से सही हताहत आंकड़े अब तक नहीं मिल सके हैं।
अफगान रक्षा मंत्रालय ने बताया कि राहत एवं बचाव दल बाल्ख और समंगान पहुँचे हैं और घायलों को अस्पतालों तक पहुँचाने के साथ-साथ प्रभावित लोगों की सहायता कर रहे हैं।
तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि भूकंप से जनहानि और आर्थिक नुकसान हुआ है तथा सरकारी संस्थान सहायता कार्यों में जुटे हैं।
इस बीच, अफगान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रविवार को पोस्ट कर बताया कि भारत ने अफगानिस्तान को 16 टन से अधिक एंटी-वेक्टर रोग निवारक दवाएँ और डायग्नोस्टिक किट्स उपहार स्वरूप दी हैं। ये दवाएँ मलेरिया, डेंगू और लीशमैनियासिस जैसी बीमारियों से निपटने में मदद करेंगी।
अफगान स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत की इस मदद के लिए आभार जताते हुए कहा कि यह सहयोग देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करेगा और उच्च जोखिम वाले समुदायों की सुरक्षा में मददगार होगा।
भारत द्वारा भेजी गई यह मानवीय सहायता अफगानिस्तान के साथ उसकी दीर्घकालिक साझेदारी और क्षेत्रीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को एक बार फिर दर्शाती है।

