आज जब भारत दुनिया को आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट करने का आह्वान करता है, तो तहव्वुर राणा का मामला उस प्रयास को एक ठोस आधार प्रदान करता है। यह सिर्फ एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी नहीं, बल्कि एक आतंकवादी राष्ट्र की परतें उधेड़ने की शुरुआत है। अब भारत को न केवल कानूनी मोर्चे पर बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी इस अवसर का भरपूर उपयोग करना होगा। तहव्वुर राणा भारत में है और सच्चाई अब बहुत दूर नहीं।
… badhaai va shubhakaamanaayen !!
बहुत बहुत बधाइयाँ और शुभकामनाएं !