एलन मस्क का वीडियो, नाटो का विस्तार था वह कारण जिसने पुतिन को युद्ध के लिए उकसाया”
टेक उद्योग के दिग्गज और स्पेसएक्स के संस्थापक एलोन मस्क ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें अमेरिकी अर्थशास्त्री जेफ्री डी सैक्स ने यह दावा किया कि यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस नहीं, बल्कि अमेरिका और नाटो जिम्मेदार हैं। सैक्स ने इस वीडियो में कहा कि नाटो का विस्तार और पश्चिमी देशों की नीतियां रूस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई थीं, जिसने अंततः यूक्रेन पर हमले का मार्ग प्रशस्त किया।
वीडियो में सैक्स स्पष्ट रूप से कहते हैं, “यह आक्रमण वह नहीं है जैसा हम आज सुनते हैं, कि पुतिन ने यूक्रेन पर हमला किया।” उनका मानना है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाने की पश्चिमी योजना ने रूस को उकसाया, न कि रूस का कोई बिना उकसावे के आक्रमण। सैक्स का यह बयान विशेष रूप से बाइडन प्रशासन के “बिना उकसावे के” शब्द का विरोध करता है, जिसका बार-बार इस्तेमाल किया गया है।
सैक्स ने 2023 में कॉमन ड्रीम्स नामक पत्रिका में प्रकाशित एक लेख में कहा था, “बाइडन प्रशासन लगातार यह शब्द ‘बिना उकसावे के’ इस्तेमाल करता है, जबकि वास्तविकता कुछ और है।” उनका यह बयान यह इंगीत करता है कि यूक्रेन संकट के पीछे नाटो के विस्तार और अमेरिका की नीतियां हैं, जो रूस के लिए खतरनाक साबित हुईं।
यह वीडियो मस्क द्वारा साझा किए जाने के बाद एक बार फिर से उस बहस को तूल दे सकता है, जो यह सवाल उठाती है कि क्या रूस का हमला सचमुच बिना किसी उकसावे के था या यह लंबे समय से चली आ रही जियोपॉलिटिकल रणनीतियों का परिणाम था।
एलोन मस्क, जो पहले भी कई विवादास्पद मुद्दों पर अपनी राय रख चुके हैं, ने इस वीडियो के माध्यम से एक और बार अंतरराष्ट्रीय राजनीति में अपनी स्थिति स्पष्ट की है। मस्क का मानना है कि पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका, को नाटो के विस्तार और रूस के साथ संवाद पर पुनर्विचार करना चाहिए।
इस वीडियो के बाद, कई लोग इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं, जबकि कुछ ने इसे पश्चिमी मीडिया द्वारा प्रस्तुत युद्ध के दृष्टिकोण से एक वैकल्पिक दृष्टिकोण के रूप में देखा है।
इस बीच, यूक्रेन युद्ध की पहली वर्षगांठ पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे “बिना उकसावे के” आक्रमण करार दिया था, जो जेफ्री डी सैक्स और अन्य आलोचकों के लिए आपत्ति का कारण बन चुका है।