अयोध्या में दीपावली पर 25 लाख दीयों का विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
अयोध्या में इस वर्ष दीपावली का त्योहार विशेष रूप से भव्य होने जा रहा है, जब प्रभु रामलला अपने नव मंदिर में विराजित होंगे। इस अवसर पर 25 लाख से अधिक दीयों को जलाने की योजना बनाई गई है, जिसका नेतृत्व डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर प्रतिभा गोयल कर रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में अयोध्या का दीपोत्सव एक अद्वितीय कार्यक्रम के रूप में अपनी पहचान बना चुका है, और इस बार भी एक नया विश्व रिकॉर्ड कायम करने की तैयारी है।
छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या के 55 घाटों पर 25 लाख दीए जलाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 28 लाख दीए बिछाने की योजना बनाई गई है, जिससे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अयोध्या का नाम दर्ज करने की उम्मीद है। इस महापरियोजना में 30 हजार स्वयंसेवकों को शामिल किया जाएगा, जो तैयारियों में सहायता करेंगे।
दीपोत्सव की तैयारियों में तेजी
दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने का कार्य शुरू हो चुका है। पंजीकरण की तिथि बढ़ाकर 15 अक्टूबर कर दी गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस आयोजन में भाग ले सकें। स्वयंसेवकों के लिए आईकार्ड का वितरण 20 अक्टूबर से शुरू होगा।
नोडल समन्वयक प्रोफेसर एसएस मिश्र ने बताया कि सभी घाटों पर दीयों के लिए मार्किंग का कार्य 17 या 18 अक्टूबर से प्रारंभ होगा। इसके तहत, राम की पैड़ी के घाटों पर दीयों को व्यवस्थित करने के लिए कर्मियों को तैनात किया जाएगा।
तेल और अन्य तैयारियों की योजना
इस आयोजन में कुल 90 हजार लीटर सरसों के तेल का उपयोग किया जाएगा। सभी दीयों में 30 एमएल तेल का प्रयोग होगा, और इसका इंतजाम जिला प्रशासन के सहयोग से किया जा रहा है।
दीपोत्सव में सहभागिता के लिए पंजीकरण 15 अक्टूबर तक चलेगा, और 20 अक्टूबर से स्वयंसेवकों को आईकार्ड का वितरण किया जाएगा। 26 अक्टूबर से घाटों पर दीयों की खेप पहुंचाई जाएगी, और 30 अक्टूबर को दीयों को प्रज्ज्वलित करके विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास किया जाएगा।
इस दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय के सहयोग से सभी कार्यों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अयोध्या में इस दीपावली का जश्न न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि विश्वभर के श्रद्धालुओं के लिए भी खास बन जाएगा।