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सोनाखान रेंजर के खिलाफ वनकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल, कार्रवाई तक आंदोलन जारी

बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के बैनर तले वनमण्डल बलौदाबाजार के सभी वनकर्मी 17 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं। यह हड़ताल सोनाखान रेंजर सुनीत साहू द्वारा अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार, गाली-गलौज, जेल भेजने की धमकी और स्थानांतरण के बाद भी रिलीव न किए जाने के विरोध में प्रारंभ की गई है।

हड़ताल का शुभारंभ जिला मुख्यालय बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में आमसभा से हुआ, जिसमें प्रांताध्यक्ष अजीत दुबे, संभागाध्यक्ष आहफ़ज खान तथा जिला अध्यक्ष मनबोधन टंडन की उपस्थिति रही। आमसभा के बाद वनकर्मियों ने रैली के रूप में वनमंडल कार्यालय का घेराव किया।

प्रांताध्यक्ष अजीत दुबे ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सोनाखान रेंजर को शीघ्र नहीं हटाया गया, तो आंदोलन पूरे प्रदेश में फैलाया जाएगा। संभागाध्यक्ष श्री खान ने भी कहा कि स्वाभिमान से किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जाएगा।

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जिलाध्यक्ष मनबोधन टंडन ने जोर देकर कहा कि पूरा वनमंडल आक्रोशित है और जब तक मांग पूरी नहीं होगी, हड़ताल जारी रहेगी।

हड़ताल के दूसरे दिन 18 सितंबर को भी वनकर्मी आंदोलन स्थल पर डटे रहे। इस दौरान वन कर्मचारी संघ का प्रतिनिधि मंडल मंत्री टंकराम वर्मा और गुरु खुशवंत साहेब से मिला। खासकर महिला वनकर्मियों ने मंत्रियों को अपनी आपबीती सुनाई। जिस पर दोनों मंत्रियों ने शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया।

गौरतलब है कि सोनाखान रेंजर सुनीत साहू का स्थानांतरण दो माह पहले ही वनमंडल गरियाबंद के अंतर्गत उत्पादन धवलपुर में किया गया है, लेकिन अब तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया है। इसी कारण यह स्थिति बनी और आंदोलन ने जोर पकड़ लिया है।