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बस्तर के नवोदित उद्यमियों को मुख्यमंत्री साय ने दिया मार्गदर्शन, औद्योगिक नीति से मिलेगा नया आयाम

रायपुर, 9 जून 2025/ छत्तीसगढ़ में खनिज, वन सहित अन्य प्राकृतिक संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। इसके फलस्वरूप कृषि के साथ-साथ उद्योग-धंधों सहित प्रत्येक क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं। आवश्यकता इस बात की है कि हम अपनी मौजूदा क्षमताओं का सही ढंग से उपयोग कर प्रदेश और देश के नव-निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने यह विचार विगत दिवस नवा रायपुर स्थित आईआईएम परिसर में दंतेवाड़ा के नवोदित उद्यमियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा जिले के 50 युवाओं का एक बैच देश के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान आईआईएम में उद्यमिता का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उनके कैरियर निर्माण और जीवन संवारने में अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोई युवा उद्यमी अपने सपनों को साकार करता है, तो वह अनेक युवाओं के लिए प्रेरणा और अवसर का द्वार खोलता है। यह अत्यंत सुखद है कि आप सभी बस्तर क्षेत्र से हैं और उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। आपने प्रशिक्षण में जो महत्वपूर्ण बातें सीखी हैं, अब उन्हें धरातल पर उतारने का समय आ गया है। शासन की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी।

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उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कृषि के साथ-साथ उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल वातावरण है। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने प्रदेश के समग्र विकास हेतु नवाचार, अनुसंधान और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। इसी क्रम में राज्य में ‘नई औद्योगिक नीति 2024-30’ लागू की गई है, जिसका मूल मंत्र है—“न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रोत्साहन।”

इस नीति के अंतर्गत उद्योग स्थापना प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ‘सिंगल विंडो 2.0’ प्रणाली लागू की गई है, जिससे आवश्यक क्लीयरेंस सहजता से मिल रहे हैं। विशेष रूप से बस्तर और सरगुजा अंचल को सर्वाधिक निवेश प्रोत्साहन क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है ताकि इन क्षेत्रों का त्वरित विकास सुनिश्चित किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि नई औद्योगिक नीति के अंतर्गत बस्तर में उद्योग स्थापित करने पर विशेष अनुदान का प्रावधान किया गया है। बस्तर के विकास का रोडमैप भी गत माह तैयार किया गया है, जिसमें कृषि, वनोपज आधारित व्यवसाय और पर्यटन जैसे प्रमुख क्षेत्रों के लिए योजनाएं निर्मित की गई हैं। बस्तर की कनेक्टिविटी अब बेहतर हो गई है, जिससे यहां के उत्पाद देशभर के बाजारों तक सुगमता से पहुँच सकते हैं।

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मुख्यमंत्री श्री साय से मुलाकात के दौरान युवा अत्यंत उत्साहित नजर आए और उन्होंने अपने अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर बड़े बचेली से श्री चंद्रकुमार साहू, किरंदुल-बैलाडीला से श्री अभिषेक गुप्ता, बचेली से श्री अनिरुद्ध कुमार, बीजापुर से श्री तेजस्व कुमार एवं श्री नीलम पांडे, बचेली से कु. शिल्पा कुमारी तथा दंतेवाड़ा से श्री राकेश यादव सहित कुल 50 युवा उद्यमी उपस्थित थे।

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