जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और भूस्खलन का कहर: तीन की मौत, श्रीनगर-जम्मू हाईवे बंद
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ ने तबाही मचा दी है। क्षेत्र के कई हिस्सों में भूस्खलन और मलबा गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह बंद करना पड़ा है। इस आपदा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई वाहन मलबे में फंसे हुए हैं।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में रंभन जिला शामिल है, जहाँ पेड़ उखड़ने, बिजली गुल होने और सड़कें बंद होने की घटनाएं सामने आई हैं। तेज़ हवाओं और मूसलधार बारिश के चलते इलाके में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
उधमपुर के सतेनी पंचायत के पूर्व सरपंच, पर्शोत्तम गुप्ता, ने बताया कि इस इलाके में कई वर्षों बाद इतनी तेज़ हवाएँ और भारी बारिश देखने को मिली है। “मेरे पंचायत में दर्जनों पेड़ गिर चुके हैं, जिससे ट्रैफिक और बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है,” उन्होंने बताया।
मौसम विभाग के अनुसार, इस भारी बारिश और तूफान का कारण एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है, जो क्षेत्र में असामान्य मौसमी परिस्थितियाँ लेकर आया।
रंभन जिले के धरमकुंड गांव में लगभग 40 मकानों को नुकसान पहुँचा है और 100 से अधिक ग्रामीणों को पुलिस की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग, जो घाटी के लिए जीवनरेखा माना जाता है, पर नाशरी से बनिहाल के बीच दर्जनों स्थानों पर भूस्खलन, कीचड़ गिरने और पत्थर गिरने की घटनाएं हुई हैं। ट्रैफिक विभाग ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे तब तक इस मार्ग से यात्रा न करें जब तक मौसम सामान्य न हो जाए और रास्ता पूरी तरह से साफ न कर दिया जाए।
प्रशासन और राहत दल हालात को नियंत्रित करने में जुटे हैं, लेकिन लगातार बारिश और बिगड़ते मौसम के कारण राहत कार्यों में भी बाधाएँ आ रही हैं।