छत्तीसगढ

हर नागरिक को होना चाहिए हिन्दी पर गर्व : डॉ. रमन सिंह

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा है कि हिन्दी हमारी राष्ट्रीय एकता की महत्वपूर्ण भाषा है। प्रत्येक राष्ट्र भक्त नागरिक को अपनी इस राष्ट्र भाषा पर गर्व होना चाहिए। डॉ. रमन सिंह ने कल 14 सितम्बर को देश में मनाए जाने वाले हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जनता के नाम जारी अपने शुभकामना संदेश में इस आशय के विचार व्यक्त किए है।
डॉ. रमन सिंह ने आम जनता को हिन्दी दिवस की बधाई देते हुए कहा है कि अनेकता में एकता पर आधारित हमारी महान भारतीय संस्कृति में प्रचलित विभिन्न प्रादेशिक भाषाएं एवं बोलियां किसी सुंदर उद्यान में खिले रंग-बिरंगे आकर्षक फूलों की तरह है। इन सबके बीच देश में व्यापक रूप से प्रचलित हिन्दी भाषा को संविधान सभा में 14 सितम्बर 1949 को देश की राजभाषा के रूप में भारतीय संविधान में शामिल करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया। इस ऐतिहासिक दिन की याद में हर साल मनाया जाने वाला हिन्दी दिवस हमें हिन्दी के महत्व की भी याद दिलाता है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने राष्ट्र भाषा के रूप में हिन्दी के विकास के लिए सभी लोगों से सहयोग का आव्हान किया था। स्वतंत्रता संग्राम के दिनों में राष्ट्रीय चेतना के विकास और विस्तार में भी हिन्दी भाषा की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी साहित्य, कला और संस्कृति की भाषा के रूप में विकसित होते हुए अब विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भाषा के रूप में भी तेजी से अपनी पहचान बना रही है। कम्प्यूटरों में देवनागरी लिपि में हिन्दी का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। डॉ. रमन सिंह ने इस मौके पर सभी लोगों से राष्ट्र भाषा के रूप में हिन्दी भाषा को और भी अधिक समृध्द बनाने के लिए अपने-अपने स्तर पर कोशिश जारी रखने की अपील की है।

See also  मराठी अस्मिता की हुंकार: दो दशक बाद एक मंच पर उद्धव और राज ठाकरे, भाजपा पर तीखा हमला

One thought on “हर नागरिक को होना चाहिए हिन्दी पर गर्व : डॉ. रमन सिंह

Comments are closed.