राजिम कुंभ मेला-2013: तैयारियाँ जोरों पर पर्यटन मंत्री ने लिया जायजा
रायपुर, 18 फरवरी 2013/ प्रसिद्ध तीर्थ नगरी राजिम के त्रिवेणी संगम पर आगामी 25 फरवरी से 10 मार्च तक होने वाले राजिम कुंभ मेले की तैयारियां युद्ध स्तर पर रात-दिन चल रही है। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज देर शाम पैरी, महानदी और सोंढूर नदी के संगम पर पहुंचकर इन तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को सभी जरूरी व्यवस्थाएं हर हाल में 23 फरवरी तक सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। मंत्री ने संगम पर स्थित कुलेश्वर महादेव मंदिर के सामने मेला स्थल का भ्रमण किया और तैयारियों को स्वयं देखा। श्री अग्रवाल नयापारा से बेलाहीघाट पुल होते हुए मेला स्थल पर पहुंचे। मेला स्थल का मुआयना करने के बाद श्री अग्रवाल राजिम से चैबेबांधा होते हुए बेलाहीघाट पुल और नेहरूघाट तक की सड़कों की स्थिति का निरीक्षण किया। इससे पहले श्री अग्रवाल ने लोमस ऋषि आश्रम के पास संत आश्रम में कल्पवासियों के बीच पहंुचकर उनसे मुलाकात की। पर्यटन मंत्री ने लोमस ऋषि आश्रम की ओर बनाए गए तटबंध और नयापारा तथा राजिम के बीच पुराने पुल के ऊपर बने एनीकट का भी अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को आगामी तीन मार्च को एनीकट के लोकार्पण के लिए जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य भण्डार गृह निगम के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि, गरियाबंद जिले के कलेक्टर श्री दिलीप वासनीकर, संचालक संस्कृति एवं पुरातत्व श्री एन.के. शुक्ला और विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
मेला स्थल और नयापारा तथा राजिम के चारों ओर की सड़कों का अवलोकन करने के बाद पर्यटन मंत्री ने रायपुर, धमतरी तथा गरियाबंद जिले के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग, विद्युत विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, खाद्य विभाग, वन विभाग तथा स्थानीय नगरीय निकायों के अधिकारियों द्वारा मेले के लिए की जा रही जरूरी तैयारियों की जानकारी दी। पर्यटन मंत्री ने कहा कि मेला स्थल पर सुरक्षा, पेयजल, विद्युत, सड़क, यातायात, पार्किंग, साफ-सफाई व्यवस्था के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश देते हुए कहा कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। त्रिवेणी संगम के स्थल के आस पास महानदी और पैरी नदी पर बने चारों पुलों पर मेले के दौरान प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने राजिम और नयापारा के सभी मंदिरों की साफ-सफाई और रौशनी करने के लिए विशेष रूप से नगरीय निकायों के अधिकारियों को निर्देशित किया। श्री अग्रवाल ने बताया कि तीन मार्च से संत समागम शुरू होगा। संत समागम में आने वाले साधु-संतों के आवास के लिए भी पूरी व्यवस्था कर ली जाए।
पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने मेला स्थल में रेत पर बनायी गयी आंतरिक सड़कों की ऊंचाई रेत से दो फीट ऊपर करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि आंतरिक सड़कों के नीचे जहां-जहां पर पानी की निकासी के लिए अस्थायी पुल बनाए गए हैं। वहां-वहां पर सड़कों के दोनों किनारों पर रेतों से भरी बोरियां रखी जाए, ताकि मेले के दौरान सड़कें खराब न हो। उन्होंने दस मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर शाही स्नान के लिए बनाए गए शाही कुण्ड को भी देखा। श्री अग्रवाल ने कहा कि श्रद्धालुओं के पुण्य स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पर पानी का बहाव तत्काल शुरू किया जाए। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष दोनों नदियों महानदी और पैरी नदी में पानी का बहाव रहेगा। पर्यटन मंत्री ने कहा कि कुंभ मेले की अवधि में पड़ने वाले स्नान पर्वो के दिन विशेष सतर्कता बरतते हुए अधिकारी व्यवस्थाओं पर विशेष नजर रखें। उन्होंने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, सुरक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग और बेरिकेटिंग के लिए माकूल प्रबंध किए जाए। पर्यटन मंत्री ने रायपुर, धमतरी और गरियाबंद जिले की एक-एक रेस्क्यू टीम गठित करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।