छत्तीसगढ़ ने कोलकाता में आयोजित ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (TTF) में अपनी समृद्ध विरासत और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की भव्य प्रस्तुति देकर देशभर के टूर ऑपरेटरों का ध्यान आकर्षित किया।
दिल्ली सरकार ने 10 और 15 साल पुराने वाहनों पर ईंधन न देने के आदेश को जनता के तीव्र विरोध के बाद वापस ले लिया है। पर्यावरण मंत्री मंजींदर सिंह सिरसा ने इसे लागू करने में तकनीकी कठिनाइयों का हवाला देते हुए कहा कि खराब स्थिति वाले वाहनों को जब्त करने की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा रही है। यह कदम राजधानी में वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया गया था, लेकिन आम लोगों में इससे नाराजगी फैल गई थी।
छत्तीसगढ़ के 3200 करोड़ रुपये के बहुचर्चित शराब घोटाले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 22 आबकारी अधिकारियों को निलंबित किया; जांच में पूर्व मंत्री समेत कई उच्चाधिकारी आरोपी।
1301 ई. में रणथंभौर की वीरांगनाओं द्वारा किया गया राजस्थान का पहला ऐतिहासिक जौहर, रानी रंगा देवी और उनकी पुत्री पद्मला के आत्मबलिदान की गाथा, अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण और हमीर देव के शौर्य के प्रसंग के साथ।
यह अभियान भारत में पर्यावरण के लिए जीवन शैली के साथ पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए वृक्षारोपण एवं वृक्षों की सुरक्षा करना, पर्यावरण के लिए हानिकारक वस्तुओं का उपयोग कम से कम करना, स्वच्छताअभियान, शिक्षा, जागरूकता अभियान द्वारा अनुकूल जीवन शैली की ओर प्रेरित करने की आवश्यकता है।
वर्ष 2025 की थीम “Healing Through Harmony” है, जो भावनाओं को शांत करने, तनाव कम करने और वैश्विक स्तर पर समुदायों को एकजुट करने की संगीत की शक्ति को रेखांकित करती है।
गुरु पूर्णिमा पर आधारित यह आलेख सनातन धर्म में गुरु की भूमिका, वेदव्यास, शिव, कबीर, तुलसीदास आदि की शिक्षाओं एवं गुरु-शिष्य परंपरा की दिव्यता को दर्शाता है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS देशों की अमेरिका-विरोधी नीतियों पर सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि ऐसे देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। यह बयान ब्राजील में चल रहे BRICS सम्मेलन के बीच आया है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की मांग की।
वर्षा ऋतु के स्वागत में श्रृंखला साहित्य मंच, पिथौरा द्वारा 2 जुलाई की संध्या को ‘पावस काव्यगोष्ठी’ का आयोजन किया गया, जो साहित्य और प्रकृति के एक सुंदर, संवेदनशील संगम का साक्षी बना।
भारतीय संविधान की नींव में केवल विधिक प्रावधानों की ईंटें नहीं हैं, बल्कि वह सनातन की सांस्कृतिक चेतना, नैतिक समरसता,