छत्तीसगढ़
Breaking News: छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर सुरक्षा बलों का बड़ा ऑपरेशन, 20 नक्सली ढेर
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 20 नक्सलियों की मौत हो गई, जिसमें एक वरिष्ठ नक्सली भी शामिल है।
खबर राज्यों से
01 अप्रेल 2019 से पूर्व पंजीकृत प्रत्येक वाहनों पर हाई सिक्योरिटीरजिस्ट्रीकरण चिन्ह लगाया जाना अनिवार्य
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह काम निर्धारित दर अनुसार मोटर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रीकरण प्लेट लगाने की कार्यवाही का भुगतान केवल डिजिटल मोड के माध्यम से किए जाएंगे आटोमोबाइल डीलरों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में 01 अप्रेल 2019 के पूर्व
इतिहास
नेताजी सुभाषचंद्र बोस एवं वामपंथी विचारधारा : जयंती विशेष
कार्ल मार्क्स से लेकर आज के समय तक के बड़े साम्यवादी विचारक जुर्गेन हैबर मास समझते थे कि औद्योगिक समाज में धर्म समाप्त हो जाएगाl सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी जैसे मिट्टी से जुड़े नेता जानते थे कि धर्म कभी समाप्त नहीं हो सकता और इस कारण नेताजी सुभाष चंद्र बोस की वामपंथी विचारधारा से मित्रता संभव नहीं हो सकीl
घुमक्कड़ जंक्शन
प्राचीन संस्कृति और पर्यटन का संगम है 7वीं-8वीं शताब्दी का सिद्धेश्वर शिव मंदिर
राज्य सरकार पर्यटन को बढ़ावा के देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित एवं संवर्धित करने निरंतर प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के नगर पंचायत पलारी स्थित सिद्धेश्वर शिव मंदिर को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
लोक संस्कृति
आस्था, संस्कृति और आर्थिक विकास का संगम महाकुंभ 2025
हिंदू सनातन संस्कृति के अनुसार कुंभ मेला एक धार्मिक महाआयोजन है जो 12 वर्षों के दौरान चार बार मनाया जाता है। कुंभ मेले का भौगोलिक स्थान भारत में चार स्थानों पर फैला हुआ है और मेला स्थल चार पवित्र नदियों पर स्थित चार तीर्थस्थलों में से एक के बीच घूमता रहता है
धर्म-अध्यात्म
श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा है हिंदू जागरण का शंखनाद
श्री राम मंदिर निर्माण का संघर्ष और उसकी सफलता हिंदू समाज के लिए एक युगांतकारी घटना है। इसने समाज को जागरूक, संगठित और प्रेरित किया है। वैश्विक पटल पर राम मंदिर ने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को सुदृढ़ किया है। यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि भारतीयता और एकता का प्रतीक भी है।
विश्व वार्ता
विश्व की सबसे प्राचीन एवं बड़ी सेना
भारतीय थल सेना ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक अनगिनत मौकों पर अद्वितीय साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया है। चाहे वह युद्ध का मैदान हो, आतंकवाद के खिलाफ अभियान हो, या प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत कार्य, भारतीय सेना ने हर बार अपने कर्तव्य और बलिदान का परिचय दिया है।
साहित्य
अमिट रही पहचान – कविता
त्याग और सेवा भारत के दो आदर्श महान
इन्हीं सूत्र से संभव है अब भारत का निर्माण
विविध
बांग्लादेश का उदय और पाकिस्तान की हार की गाथा
दुनियाँ के इतिहास में यह सबसे छोटा निर्णायक युद्ध माना जाता है। इस युद्ध समापन के साथ एक नये देश का उदय हुआ जो अब बंगलादेश के नाम से जाना जाता है। बंगलादेश के अस्तित्व की भूमिका 1947 में पाकिस्तान के निर्माण के साथ ही ही पड़ गयी थी।