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मुख्यमंत्री साय पहुंचे बिजराकछार: समाधान शिविर में सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं, दी कई सौगातें

रायपुर, 19 मई 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के सुदूर और दुर्गम ग्राम बिजराकछार में आयोजित समाधान शिविर में पहुँचे। घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच बसे इस बैगा जनजाति बहुल गांव में मुख्यमंत्री के पहले आगमन पर ग्रामीणों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने छत्तीसगढ़ महतारी और सरस्वती माता की पूजा अर्चना कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। पारंपरिक खुमरी नृत्य और गजमाला से ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

समाधान शिविर में मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं और कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने डिंडोरी में नया कॉलेज, खुड़िया में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) के उन्नयन तथा लोरमी में छात्रावास निर्माण की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, पीएम आवास योजना की चाबियाँ, नोनी सुरक्षा योजना के बॉन्ड पत्र, सहकारिता विभाग से चेक, लखपति दीदी प्रमाण पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, तेंदूपत्ता संग्राहकों के बच्चों को प्रोत्साहन राशि और महिला समूह को जंगल सफारी हेतु वाहन की चाबी सौंपी।

श्री साय ने कहा कि सरकार बनने के डेढ़ साल के भीतर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को धरातल पर उतार दिया गया है। 13 दिसंबर को हुई पहली कैबिनेट बैठक में ही 18 लाख आवासों को स्वीकृति दी गई। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को अब तक आवास नहीं मिला है, उन्हें भी आगामी दिनों में लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की खरीदी ₹3100 प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है और राशि सीधे किसानों के खातों में डाली जा रही है। महतारी वंदन योजना से माताओं को ₹1000 की मासिक सहायता दी जा रही है, जिससे वे सुकन्या योजना में निवेश कर रही हैं। तेंदूपत्ता खरीदी ₹5500 प्रति बोरा की दर से की जा रही है।

केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय प्रधानमंत्री की गारंटियों को पूरी निष्ठा से लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी गरीब भूखा न रहे, इसके लिए सरकार नियमित रूप से चावल वितरण सुनिश्चित कर रही है। महतारी वंदन योजना से माताओं का आत्मबल बढ़ रहा है।

उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि आदिवासी समाज का बेटा आज आदिवासी समाज के बीच आया है। उन्होंने समाधान शिविरों के माध्यम से मूलभूत सुविधाएं पहुँचाने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि मोदी जी की गारंटियों को पूरी तत्परता से क्रियान्वित किया जा रहा है।

बिजराकछार क्लस्टर में मिला भारी जनसहयोग
शिविर में बिजराकछार, बोईरहा, खुड़िया, महामाई, निवासखार, सुरही, कटामी, लमनी, छपरवा, अचानकमार, दरवाजा, कारीडोंगरी, डोंगरीगढ़ और झिरिया ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया। कुल 7,970 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 7,964 का गुणवत्तापूर्ण निराकरण किया गया। सर्वाधिक 1,977 आवेदन पीएम आवास के थे। आवास प्लस 2.0 के अंतर्गत 1,469 नए नाम जोड़े गए।

इसके अलावा 110 भूमि सुधार कार्य, 20 डबरी निर्माण की स्वीकृति, 25 नवीन जॉब कार्ड, 116 नए राशन कार्ड, 61 नामांकन संशोधन, 2 श्रम कार्ड, 142 महतारी वंदन योजना, 31 पेंशन पंजीयन और पीएम किसान सम्मान निधि में 23 नए पंजीयन किए गए।

सरकार की प्राथमिकता अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ
मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सचिव श्री पी. दयानंद और अन्य अधिकारीगण भी शिविर में मौजूद रहे। राज्य सरकार ने समाधान शिविरों को जनसुनवाई और त्वरित समाधान का प्रभावी माध्यम बनाकर शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने का संकल्प दोहराया है।