छत्तीसगढ़ देश में वय-वंदना कार्ड निर्माण में पांचवें स्थान पर, 3.6 लाख से अधिक वरिष्ठ नागरिकों को मिला लाभ
रायपुर, 25 मई 2025/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई ‘पीएम आयुष्मान वय-वंदना योजना’ के तहत 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिकों को निःशुल्क उपचार की सुविधा मिल रही है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के नेतृत्व में अब तक 3 लाख 60 हजार से अधिक आयुष्मान वय-वंदना कार्ड जारी किए जा चुके हैं। इस उपलब्धि के साथ छत्तीसगढ़ देशभर में पांचवें स्थान पर पहुँच गया है और राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा व बिहार जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में विशेष अभियान चलाकर कार्ड पंजीयन का कार्य तेज़ी से जारी है ताकि कोई भी पात्र वरिष्ठ नागरिक योजना के लाभ से वंचित न रह जाए। पंजीयन के लिए शासकीय विभागों के साथ-साथ सामाजिक संस्थाएं, पेंशनर संगठन, वरिष्ठजन संघ, वृद्धाश्रम एवं निजी सोसायटियों में नियमित रूप से शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
कैसे बनवाएं आयुष्मान वय-वंदना कार्ड?
यदि किसी व्यक्ति के माता-पिता या परिजन 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के हैं और उनके पास आधार कार्ड है, तो वे नजदीकी शासकीय अस्पताल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय या स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से निःशुल्क कार्ड बनवा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क किया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त, गूगल प्ले स्टोर से ‘आयुष्मान भारत ऐप’ या ‘आधार फेस आईडी ऐप’ डाउनलोड कर ऑनलाइन पंजीयन भी संभव है।
गौरतलब है कि यह योजना अक्टूबर 2024 में देशव्यापी रूप से शुरू की गई थी और नवंबर 2024 के बाद से छत्तीसगढ़ में इसके क्रियान्वयन में उल्लेखनीय गति आई है।
“वय-मित्र” जिले बनाए जा रहे मॉडल
राज्य शासन ने उन 6 जिलों को ‘वय-मित्र’ जिले के रूप में चिन्हित किया है जहां 60 प्रतिशत से अधिक पात्र नागरिकों का पंजीयन पूर्ण हो चुका है। इन जिलों में वरिष्ठ नागरिकों के लिए:
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जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ‘वय-मित्र स्वास्थ्य परीक्षण शिविर’
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दूरस्थ अंचलों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से सेवाएं
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टेलीमेडिसिन, मानसिक स्वास्थ्य परामर्श
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प्रत्येक गुरुवार को ‘शियान-जतन शिविर’
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आयुष चिकित्सा, मोतियाबिंद जांच, एवं अन्य विशेष सेवाएं
प्रदान की जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक सशक्त और संवेदनशील स्वास्थ्य सुरक्षा कवच के रूप में उभर रहा है।