अमेरिका द्वारा कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ: व्यापार तनाव बढ़ने के आसार
टैरिफ की पुष्टि:
अमेरिका ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा और मेक्सिको पर लगाए गए टैरिफ कल से लागू हो जाएंगे। अमेरिका ने घोषणा की कि यह टैरिफ अब औपचारिक रूप से कार्यान्वित होंगे, जिससे इन देशों के सामान पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
टैरिफ की दर पर अनिश्चितता:
अमेरिकी वाणिज्य सचिव हावर्ड लुत्निक ने कहा कि टैरिफ की दर 25% तक होगी या नहीं, यह राष्ट्रपति ट्रंप पर निर्भर करेगा। उनके अनुसार, यह अंतिम निर्णय राष्ट्रपति के हाथ में है, जिससे व्यापारिक जगत में अनिश्चितता बनी हुई है। यह दर संबंधित देशों की स्थिति के आधार पर बदल सकती है।
भारत का कदम:
भारत के वाणिज्य मंत्री, पीयूष गोयल ने अमेरिका जाने का फैसला किया है। उनका मुख्य उद्देश्य अमेरिका के व्यापारिक अधिकारियों से टैरिफ के संभावित प्रभावों पर बातचीत करना है। यह यात्रा भारत के व्यापारिक हितों को सुनिश्चित करने और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ के असर को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कनाडा और मेक्सिको की प्रतिक्रिया:
कनाडा और मेक्सिको ने इस कदम को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इन देशों ने कहा है कि यदि अमेरिका ने इन टैरिफ को लागू किया तो वे भी प्रतिशोधी टैरिफ लगाएंगे। यह घटनाक्रम वैश्विक व्यापार युद्ध की स्थिति को और बढ़ा सकता है, जो पहले से ही तनावपूर्ण है।
भारत का व्यापार पर असर:
भारतीय उद्योगों, खासकर इस्पात और एल्यूमीनियम, पर इन टैरिफ का प्रतिकूल असर हो सकता है। यदि अमेरिका इन उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाता है तो भारतीय निर्यातकों को वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। भारत को अपनी रणनीति पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है ताकि इन टैरिफ के प्रभाव को कम किया जा सके और भारतीय व्यापार को अमेरिकी बाजार में बेहतर स्थिति में लाया जा सके।
इस टैरिफ विवाद ने वैश्विक व्यापार संबंधों को जटिल बना दिया है, और इसके प्रभाव से भारतीय और अन्य देशों के उद्योगों को बचाने के लिए सरकार को उचित कदम उठाने की आवश्यकता होगी।