साहित्य-साधना के एकांत तपस्वी : शिवशंकर पटनायक
वरिष्ठ साहित्यकार शिवशंकर पटनायक, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के पिथौरा में रहकर हिन्दी गद्य साहित्य को समर्पित जीवन जिया, अब भी कलम से ही रचते हैं उपन्यास और कहानियाँ।
Read Moreवरिष्ठ साहित्यकार शिवशंकर पटनायक, जिन्होंने छत्तीसगढ़ के पिथौरा में रहकर हिन्दी गद्य साहित्य को समर्पित जीवन जिया, अब भी कलम से ही रचते हैं उपन्यास और कहानियाँ।
Read Moreपंडित रामदयाल तिवारी छत्तीसगढ़ के एक ऐसे साहित्यकार थे, जिनका लेखन जनजीवन, संस्कृति और आत्मसंघर्ष की जीवंत झलक देता है। यह आलेख उनके व्यक्तित्व, विचार और विरासत को सामने लाता है।
Read Moreओड़िया और संस्कृत साहित्य के समर्पित साधक गंगाधर गुरू का मानना है कि साहित्य कभी निष्पक्ष नहीं होता, वह केवल मानवता का पक्षधर होता है। प्रस्तुत है साहित्य, संस्कृति, धर्म और राष्ट्रभाषा पर आधारित उनकी गहन अंतर्दृष्टियों से भरी बातचीत।
Read Moreवरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मीनारायण पयोधि को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों और जनजातीय विषयों पर सृजनशील योगदान के लिए भोपाल में ‘जगदीश गुरु साहित्यकार सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
Read Moreआज के समाज में प्रेम-विवाह आम हो चुके हैं, लेकिन आर्थिक आत्मनिर्भरता, सामाजिक जिम्मेदारी और पारिवारिक सम्मान को नजरअंदाज करना युवाओं के वैवाहिक जीवन को संकट में डाल सकता है।
Read Moreवर्षा ऋतु के स्वागत में श्रृंखला साहित्य मंच, पिथौरा द्वारा 2 जुलाई की संध्या को ‘पावस काव्यगोष्ठी’ का आयोजन किया गया, जो साहित्य और प्रकृति के एक सुंदर, संवेदनशील संगम का साक्षी बना।
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