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फसल उत्सव करमा नृत्य और जैव विविधता का महत्व

करमा नृत्य के बारे में कई पौराणिक कहानियाँ और धार्मिक धारणाएँ प्रचलित हैं। इसका संबंध ‘करम’ देवता से जोड़ा जाता है, जिन्हें कर्म का प्रतीक माना जाता है। करम देवता की पूजा फसलों की अच्छी पैदावार और परिवार की खुशहाली के लिए की जाती है।

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गृह शांति एवं व्यावसायिक सफ़लता के लिए सृष्टि के रचयिता भगवान विश्वकर्मा की पूजा उपासना

सृष्टि के निर्माता भगवान विश्वकर्मा किसी एक समाज के आराध्य देव नहीं हैं, वे सकल समाज के अराध्य हैं और उनकी पूजा सकल समाज को करनी चाहिए। प्राचीन काल में देवता सकल समाज के होते थे, वर्तमान में देवताओं को भी लोगों ने जातियों में बांट और बांध लिया। हम हिन्दू समाज में विघटन और संघर्ष का देख रहे हैं, उसका मुख्य कारण यही है।

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वैश्विक संस्कृति में भगवान गणेश का प्रभाव एवं महत्व : विशेष आलेख

भगवान गणेश का वैश्विक संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान है। उनकी पूजा का स्वरूप और महत्त्व अलग-अलग संस्कृतियों में भिन्न हो सकता है, लेकिन उनका प्रतीकात्मक महत्व लगभग समान है—विघ्नहर्ता, बाधाओं को हरने वाले और ज्ञान, समृद्धि व सौभाग्य के दाता के रूप में।

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‘घुमक्कड़ जंक्शन’ स्मारिका का हुआ लोकार्पण

विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के अरण्य भवन में  प्रधान मुख्य वनसंरक्षक श्रीनिवास राव द्वारा ‘घुमक्कड़ जंक्शन’ पत्रिका के लोकार्पण हुआ। यह पत्रिका विशेष रूप से पर्यटन और यात्रा प्रेमियों के लिए समर्पित है, जिसका उद्देश्य स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देना है।

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हिन्दी से लोक भाषाओं तथा बोलियों का अंतरसंबंध : हिन्दी दिवस विशेष

हिन्दी, भारत की राजभाषा होने के साथ-साथ व्यापक रूप से उपयोग में आने वाली भाषा है। इसके साथ ही, विभिन्न क्षेत्रीय भाषाएँ और बोलियाँ भी अस्तित्व में हैं जो भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने को समृद्ध करती हैं। हिन्दी और इन लोक भाषाओं और बोलियों का आपसी संबंध अत्यंत गहरा और पुराना है।

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भारतीय कृषि और जैव विविधता संरक्षण का अनूठा संगम : पोला पर्व

पोला पर्व मुख्य रूप से भारत के छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, और तेलंगाना राज्यों में मनाया जाता है। यह पर्व

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