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गणतंत्र दिवस पर परेड में छत्तीसगढ़ की झांकी की ये होगी

इस बार की झांकी भारत सरकार की थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ पर आधारित होगी। इसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपराएं, और रामनामी समुदाय की विशिष्ट पहचान को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। यह झांकी छत्तीसगढ़ की आत्मा और भारतीय विरासत के अनमोल पहलुओं को दर्शाएगी।

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जानिए नागा साधुओं के रहस्यमय लोक को

नागा साधु केवल धर्म प्रचारक ही नहीं, बल्कि समाज के रक्षक भी हैं। वे न केवल सनातन परंपराओं की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज में धर्म और नैतिकता का प्रचार भी करते हैं। हालांकि, वर्तमान में समाज में कुप्रथाओं और विकृतियों के कारण संत समाज को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

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श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा है हिंदू जागरण का शंखनाद

श्री राम मंदिर निर्माण का संघर्ष और उसकी सफलता हिंदू समाज के लिए एक युगांतकारी घटना है। इसने समाज को जागरूक, संगठित और प्रेरित किया है। वैश्विक पटल पर राम मंदिर ने भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को सुदृढ़ किया है। यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि भारतीयता और एकता का प्रतीक भी है।

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तिल चौथ का महत्व, इतिहास, पौराणिक कथा और विधि

तिल चौथ का पर्व भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल आध्यात्मिक रूप से प्रेरित करता है, बल्कि जीवन में अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा लाने का माध्यम भी है। भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करने और जीवन के संकटों को दूर करने के लिए यह व्रत अत्यंत लाभकारी माना जाता है। 

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विश्व की सबसे प्राचीन एवं बड़ी सेना

भारतीय थल सेना ने अपनी स्थापना से लेकर अब तक अनगिनत मौकों पर अद्वितीय साहस और शौर्य का प्रदर्शन किया है। चाहे वह युद्ध का मैदान हो, आतंकवाद के खिलाफ अभियान हो, या प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत कार्य, भारतीय सेना ने हर बार अपने कर्तव्य और बलिदान का परिचय दिया है।

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छत्तीसगढ़ का छेरछेरा पुन्नी तिहार एवं सामाजिक महत्व

छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक विविधता और लोक परंपराओं के लिए जाना जाता है। पौष पूर्णिमा को सुबह से ही गाँव गाँव में बच्चों की टोली घूमने लगती है और  छेरिक छेरा छेर बरकतीन छेर छेरा। माई कोठी के धान ल हेर हेरा, की पुकार गूंजने लगती है। क्योंकि यहाँ के पर्व-त्यौहार न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा हैं, बल्कि ये समाज को एकजुट करने, प्रकृति का सम्मान करने और सामूहिकता को बढ़ावा देने का माध्यम भी हैं।

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