चोला माटी के हो राम, माटी के गीत गाने वाला, माटी का लाल, माटी में समा गया
जीवन भर माटी-महतारी की महिमा का बखान करने वाला माटी का लाल यह प्रतिभावान कवि छत्तीसगढ़ की माटी में समा गया।
Read moreजीवन भर माटी-महतारी की महिमा का बखान करने वाला माटी का लाल यह प्रतिभावान कवि छत्तीसगढ़ की माटी में समा गया।
Read moreस्वर्गीय श्री लक्ष्मण मस्तुरिया वास्तव में छत्तीसगढ़ के जन-जन के कवि और छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत के बेताज बादशाह थे, जो लगभग पांच दशकों तक अपने सुमधुर गीतों से और अपनी मधुर आवाज से छत्तीसगढ़ के गांव, गरीब और किसानों की भावनाओं को स्वर देते रहे और जनता के दिलों पर राज करते रहे।
Read more