शिवोपासना और आध्यात्मिक ऊर्जा का पावन संगम सावन
श्रावण मास हिन्दू पंचांग का पवित्र महीना है, जिसमें भगवान शिव की विशेष आराधना की जाती है। जानिए सावन की पौराणिक कथाएं, धार्मिक महत्व, व्रत, पूजा-विधि और पर्यावरणिक महत्व इस विस्तृत आलेख में।
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Read Moreजो होता है, अच्छे के लिए ही होता है। और जो आगे होगा, वह भी अच्छे के लिए ही होगा। ईश्वर का निर्णय सदैव हितकारी होता है, केवल हम अल्पबुद्धि मनुष्य उसकी योजना को तत्काल नहीं समझ पाते और व्यर्थ की चिंता करते हैं।
Read Moreवर्ष 2025 की थीम “Healing Through Harmony” है, जो भावनाओं को शांत करने, तनाव कम करने और वैश्विक स्तर पर समुदायों को एकजुट करने की संगीत की शक्ति को रेखांकित करती है।
Read Moreचैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिन्दू नववर्ष या नव संवत्सर का आरंभ होता है ।जिसे भारत के विभिन्न राज्यों में जैसे महाराष्ट्र में गुड़ीपड़वा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, और कर्नाटक में उगादि, जम्मू कश्मीर में नवरेह तथा मणिपुर में साजिबु नोंगमा पंबा के नाम से जाना जाता है।
Read Moreउपनिषदकालीन ब्रह्मवादिनियाँ आज भी हिंदु समाज के विद्वत वर्ग में श्रद्धा से पूजी जाती हैं। ऋग्वेद में गार्गी, मैत्रेयी, घोषा, विश्ववारा, अपाला, अदिति, शची, लोपामुद्रा, सार्पराज्ञी, वाक्क, श्रद्धा, मेधा, सूर्या, सावित्री जैसी वेद मन्त्रद्रष्टा विदुषियों का उल्लेख मिलता है।
Read Moreशुद्ध भावनाओं से प्रेरित कार्य समाज और व्यक्ति दोनों के लिए हितकारी होते हैं। जीवन को सार्थक और सुखमय बनाने के लिए हमें अपनी भावनाओं को शुद्ध और सकारात्मक रखना चाहिए।
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