भारतीय संस्कृति में है पक्षी प्रेम की प्राचीन परम्परा
इन दिनों उत्तर भारत की अनेक झीलों में विचरण करते विविध प्रकार के प्रवासी पक्षी आमजन को लुभा रहे हैं । पक्षी प्रेम और संरक्षण की बहुत ही सशक्त परम्परा भारतीय समाज में प्राचीन काल से रही है। चरक संहिता, संगीत रत्नाकर और भरतमुनि के नाट्यशास्त्र में पक्षियों की चारित्रिक विशेषताओं का सुन्दर चित्रण किया गया है। मनुस्मृति व पाराशरस्मृति आदि में पक्षियों के शिकार का निषेध किया गया है।
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