गाँव से ग्लोबल तक पहुंचेगा छत्तीसगढ़ के विकास का अंजोर
छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न @2047 राज्य के समग्र और समावेशी विकास का दृष्टिपत्र है, जो गाँवों को आत्मनिर्भर बनाकर छत्तीसगढ़ को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में अग्रसर है।
Read Moreछत्तीसगढ़ अंजोर विज़न @2047 राज्य के समग्र और समावेशी विकास का दृष्टिपत्र है, जो गाँवों को आत्मनिर्भर बनाकर छत्तीसगढ़ को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में अग्रसर है।
Read Moreछत्तीसगढ़ के वनांचल ग्रामों में कोदो की खेती को किसानों का बढ़ता समर्थन मिल रहा है। कम लागत, उच्च पोषण और सरकारी अनुदान के चलते यह फसल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रही है।
Read Moreछत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की एनु, जिन्हें “स्कूटी दीदी” के नाम से जाना जाता है, ग्रामीण महिलाओं को दोपहिया प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना रही हैं। मुख्यमंत्री ने उनके कार्यों की प्रशंसा की।
Read Moreरायगढ़ जिले के दूरस्थ गांव बटुराकछार के प्राथमिक स्कूल में अब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने की राह खुल गई है। राज्य सरकार की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 97 बच्चों वाले इस स्कूल में चार शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी बल्कि पालकों के मन में भी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जगी है।
Read Moreबीजापुर का मुदवेंडी गांव, जो कभी माओवादी गतिविधियों के चलते विकास से वंचित था, अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी सुविधाओं से सशक्त बनकर सुशासन का प्रतीक बन चुका है।
Read Moreछत्तीसगढ़ के बस्तर और कोण्डागांव जिलों को गृह मंत्रालय ने वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित जिलों की सूची से हटाकर “लिगेसी और थ्रस्ट” श्रेणी में शामिल कर लिया है। यह निर्णय हाल के माओवादी विरोधी अभियानों और क्षेत्र में बढ़ती लोकतांत्रिक भागीदारी के चलते लिया गया है। हालांकि, राज्य के अन्य हिस्सों में अब भी माओवादी गतिविधियों को लेकर सतर्कता जारी है।
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