श्री रमेश शर्मा

futuredधर्म-अध्यात्म

लंका एवं अध्योध्या के बीच भगवान श्री रामचंद्र जी की अट्ठारह दिन की यात्रा

लंका विजय के बाद रामजी को अयोध्या लौटने में पूरे बीस दिन लगे। यह अवधि अनावश्यक विलंब या अपनी विजय का उत्सव मनाने की नहीं है अपितु रामजी द्वारा पूरे भारतवर्ष और प्रत्येक समाज को समरस बनाने की अवधि है

Read More
futuredहमारे नायक

ऐसी ब्रिटिश नागरिक जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रति समर्पित रहीं

यदि कहीं कोई भारतीय बड़े पद पर है और अंग्रेज छोटे पद पर तब भारतीय को क्यों खड़े होना चाहिए और क्यों सामान्य अंग्रेज को पानी पिलाना चाहिए। आरंभ में उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से चर्चा करके मानवीय व्यवहार समझाना चाहा, पर बात नहीं बनी और वे भी नौकरी छोड़कर समाज के जागरण में जुट गयीं।

Read More
futuredसमाज

भारत की प्रगति को अस्थिर एवं अवरुद्ध करने का षड्यंत्र

यह भारतीय समाज जीवन में भय, आतंक और तनाव फैलाकर प्रगति अवरुद्ध करने का नया षड्यंत्र है। इसमें भारत विरोधी अंतरराष्ट्रीय और भारत के भीतर की दोनों शक्तियों का गठजोड़ दिखता है।

Read More
futuredधर्म-अध्यात्महमारे नायक

भारतीय समाज में एकता और समरसता के प्रतीक महर्षि वाल्मीकि

वाल्मीकि जी सही मायने में राष्ट्र जागरण और सामाजिक एकत्व के अभियान में सक्रिय रहे। उन्होंने रामायण के अतिरिक्त और भी काव्य रचनाएं तैयार की। भारतीय रचना शीलता जगत में गुरु वंदना के अतिरिक्त भगवान गणेशजी और माता सरस्वती के बाद बाल्मीकि जी की ही वंदना की जाती है। इसे भारतीय वाड्मय के किसी भी ग्रंथ रचना से समझा जा सकता है।

Read More
futuredपॉजिटिव स्टोरी

रामजी के ध्येयनिष्ट संघर्ष और संकल्प जैसी है संघ की शताब्दी यात्रा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पूरी शताब्दी यात्रा भी संकल्पना से युक्त है। संघ का प्रत्येक  स्वयंसेवक और कार्यकर्ता मानों राजकाज का सैनिक है और सनातन संस्कृति और मानवीय मूल्यों की संस्थापना अभियान केलिये समर्पित है।

Read More
futuredसमाज

कुटुम्ब परंपरा का विघटन समाज के पतन का बड़ा कारण

एक ओर मनुष्य चाँद को पार करके सूर्य पर पहुँचने का प्रयास कर रहा है, अपनी श्रेष्ठता का डंका पीट रहा है। तो दूसरी ओर छोटी छोटी मासूम बच्चियों के साथ बलात्कार करके हत्याएँ की जा रहीं हैं। भारत भी पीछे नहीं। एक ओर भारत अपने परम वैभव पर पहुँचने की नई अंगड़ाई ले रहा है।

Read More