छत्तीसगढ़ में लोकनाट्य, रासलीला और श्रीकृष्ण भक्ति की सांस्कृतिक परंपरा : जनमाष्टमी विशेष
छत्तीसगढ़ में लोकनाट्य, रासलीला और श्रीकृष्ण भक्ति की परंपरा का इतिहास, प्रमुख कलाकारों का योगदान और सांस्कृतिक महत्व का विस्तृत विवरण।
Read Moreछत्तीसगढ़ में लोकनाट्य, रासलीला और श्रीकृष्ण भक्ति की परंपरा का इतिहास, प्रमुख कलाकारों का योगदान और सांस्कृतिक महत्व का विस्तृत विवरण।
Read Moreरायगढ़ के राजा भूपदेवसिंह के शासनकाल में नगर दरोगा ठाकुर रामचरण सिंह जात्रा से प्रभावित रास के निष्णात कलाकार थे। उन्होंने इस क्षेत्र में रामलीला और रासलीला के विकास के लिए अविस्मरणीय प्रयास किया। गौद, मल्दा, नरियरा और अकलतरा रासलीला के लिए और शिवरीनारायण, किकिरदा, रतनपुर, सारंगढ़ और कवर्धा रामलीला के लिए प्रसिद्ध थे। नरियरा के रासलीला को इतनी प्रसिद्धि मिली कि उसे ‘छत्तीसगढ़ का वृंदावन‘ कहा जाने लगा।
Read More