भगवान बिरसा मुंडा

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मुख्यमंत्री ने किया ‘हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं’ नामक पुस्तक का विमोचन

’हल्बा जनजाति की वाचिक परम्पराएं’ में जनजातियों की प्राचीन जीवनशैली के संबंध में पुरखों की व्यवस्था, जन्म संस्कार, विवाह संस्कार, मृतक संस्कार का उल्लेख किया गया है।

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मुख्यमंत्री ने किया शौर्याजंलि कैलेण्डर और एटलस का विमोचन

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय जननायकों के अमूल्य योगदान पर आधारित शौर्याजंलि कैलेण्डर  का विमोचन किया।  मुख्यमंत्री ने वन अधिकारों की मान्यता से सम्बंधित एटलस पुस्तक का भी विमोचन किया।

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पीएम मोदी ने कहा आदिवासी समाज को आज़ादी के बाद उपेक्षित किया गया, जनजातीय गौरव दिवस पर किया सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के जमुई में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के समारोह की शुरुआत की और आदिवासी समाज के योगदान को सम्मानित किया।

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सराय काले खां चौक का नाम बदलकर भगवान बिरसा मुंडा चौक किया गया

दिल्ली के सराय काले खां चौक का नाम अब भगवान बिरसा मुंडा चौक रखा गया है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस नाम परिवर्तन की घोषणा भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिवस के अवसर पर की, और कहा कि यह निर्णय दिल्लीवासियों और अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करेगा।

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भगवान बिरसा मुँडा ने अंग्रेजों से मुक्ति के लिये जीवन का बलिदान : जनजातीय गौरव दिवस

क्रान्तिकारी विरसा मुँडा ऐसी ही विभूति थे। उनमें अद्भुत आध्यात्म चेतना थी। जिससे पूरे समाज ने उन्हें “भगवान बिरसा मुँडा” कहकर शीश नवाया। भारत राष्ट्र की अस्मिता और साँस्कृतिक रक्षा के लिये भारतीय जनजातीयों ने सदैव संघर्ष किया है।

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पुरखौती मुक्तांगन के समीप 45 करोड़ की लागत से लगभग 10 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है संग्रहालय

छत्तीसगढ़ के आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की गाथा पर आधारित शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय का निर्माण तेजी से हो रहा है। 10 एकड़ भूमि पर 45 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस संग्रहालय में 15 गैलरियाँ होंगी, जो जनजातीय विद्रोहों और आदिवासी नायकों के बलिदानों को प्रदर्शित करेंगी।

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