गुरु बिन भव निधि तरइ न कोई : सनातन परंपरा में गुरु की दिव्यता
गुरु पूर्णिमा पर आधारित यह आलेख सनातन धर्म में गुरु की भूमिका, वेदव्यास, शिव, कबीर, तुलसीदास आदि की शिक्षाओं एवं गुरु-शिष्य परंपरा की दिव्यता को दर्शाता है।
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Read Moreमाता सीता का जन्म मिथिला (वर्तमान में नेपाल) के राजा जनक के घर में हुआ था, इसलिए उन्हें ‘जानकी’ कहा जाता है। वे माता पृथ्वी की कन्या मानी जाती हैं, जिन्हें राजा जनक ने यज्ञ भूमि से प्राप्त किया था।
Read Moreतुलसीदास की रचनाओं का भारतीय जनमानस पर व्यापक प्रभाव पड़ा। रामचरितमानस का भारतीय जनमानस पर अत्यधिक गहरा और व्यापक प्रभाव पड़ा है। गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित यह महाकाव्य न केवल धार्मिक ग्रंथ के रूप में पूजनीय है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति, समाज और जीवन दर्शन का एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है।
Read Moreइस बार रामनवमी पर सूरज की किरणें राम मंदिर में विराजमान भगवान श्री रामलला का अभिषेक करेंगी। किरणें 17 अप्रैल को ठीक दोपहर 12 बजे मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगाए गए ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम के जरिए गर्भगृह तक आएंगी।
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