शिवनाथ नदी घाटी के सांस्कृतिक तीर्थ : मदकूद्वीप एवं जोगीद्वीप
मदकूद्वीप शिवनाथ नदी के दो भागो मे बँट जाने से एक द्वीप का रूप लेता है। जोगीद्वीप जमुनिया एवं बंजारी नदी के संगम स्थल होने के कारण एक द्वीप का रूप लेता है। नाम के अनुसार मदकू ऋषि के आश्रम स्थल होने के कारण मदकूद्वीप पड़ा। जोगीद्वीप मे प्राचीन काल से संत महात्माओ एवं जोगियो का निवास होने के कारण यह स्थान जोगीद्वीप पड़ा। मदकूद्वीप के उत्खनन से मंदिरो के अवशेष प्राप्त हुए । जोगीद्वीप और गुर्रा ग्राम से प्राप्त प्राचीन प्रतिमाओ एवं स्थापत्य खंडो के आधार पर इस स्थल पर भी विपुल पुरासंपदा भूगर्भ मे समाहित है ऐसा प्रतीत होता है।
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