ग्रामीण विकास

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छत्तीसगढ़ के वनांचल ग्रामों में कोदो की खेती बनी लाभकारी विकल्प, किसानों का रुझान बढ़ा

छत्तीसगढ़ के वनांचल ग्रामों में कोदो की खेती को किसानों का बढ़ता समर्थन मिल रहा है। कम लागत, उच्च पोषण और सरकारी अनुदान के चलते यह फसल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बना रही है।

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“स्कूटी दीदी” एनु बनी आत्मनिर्भरता और महिला सशक्तिकरण की मिसाल

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की एनु, जिन्हें “स्कूटी दीदी” के नाम से जाना जाता है, ग्रामीण महिलाओं को दोपहिया प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बना रही हैं। मुख्यमंत्री ने उनके कार्यों की प्रशंसा की।

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बटुराकछार स्कूल में लौटी रौनक, बच्चों को मिले चार शिक्षक – पढ़ाई को मिली नई उड़ान

रायगढ़ जिले के दूरस्थ गांव बटुराकछार के प्राथमिक स्कूल में अब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलने की राह खुल गई है। राज्य सरकार की युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत 97 बच्चों वाले इस स्कूल में चार शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी बल्कि पालकों के मन में भी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की उम्मीद जगी है।

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बदलाव की मिसाल बना मुदवेंडी गांव: सुशासन और विकास की चमक से रोशन

बीजापुर का मुदवेंडी गांव, जो कभी माओवादी गतिविधियों के चलते विकास से वंचित था, अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत सड़क, बिजली, पानी और शिक्षा जैसी सुविधाओं से सशक्त बनकर सुशासन का प्रतीक बन चुका है।

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गृह मंत्रालय का बड़ा फैसला: बस्तर अब उग्रवाद प्रभावित जिला नहीं

छत्तीसगढ़ के बस्तर और कोण्डागांव जिलों को गृह मंत्रालय ने वामपंथी उग्रवाद (LWE) प्रभावित जिलों की सूची से हटाकर “लिगेसी और थ्रस्ट” श्रेणी में शामिल कर लिया है। यह निर्णय हाल के माओवादी विरोधी अभियानों और क्षेत्र में बढ़ती लोकतांत्रिक भागीदारी के चलते लिया गया है। हालांकि, राज्य के अन्य हिस्सों में अब भी माओवादी गतिविधियों को लेकर सतर्कता जारी है।

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मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का अचानक दौरा, सुशासन तिहार के तहत मांदरी में ग्रामीणों से संवाद

कांकेर, 28 मई 2025। सुशासन तिहार के अंतिम चरण के अंतर्गत मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का हेलीकॉप्टर आज उत्तर बस्तर (कांकेर)

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