आत्मनिर्भर भारत

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भारत पर ट्रंप का टैरिफ हमला, क्या होगा अर्थव्यवस्था का भविष्य

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज व्हाइट हाउस में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए टैरिफ नीति को लेकर अपनी योजना का खुलासा किया। इस घोषणा में उन्होंने भारत सहित कई देशों पर पारस्परिक (रेसिप्रोकल) टैरिफ लागू करने की बात कही, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।

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futuredखेत-खलिहानविविध

भारतीय कृषि: आत्मनिर्भरता से समृद्धि की ओर

भारतीय अर्थव्यवस्था में किसी भी दृष्टि से कृषि क्षेत्र के योगदान को कमतर नहीं आंका जा सकता है क्योंकि उद्योग एवं सेवा क्षेत्र का विकास भी कृषि क्षेत्र के विकास पर ही निर्भर करता है। अधिकतम उपभोक्ता तो आज भी ग्रामीण इलाकों में ही निवास कर रहे हैं एवं उद्योग क्षेत्र में निर्मित उत्पादों की मांग भी ग्रामीण इलाकों से ही निकल रही है। अतः देश में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना ही होगा।

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futuredविविधविश्व वार्ता

वैश्विक व्यापार युद्ध में भारत के लिए अवसर और चुनौतियाँ

तीसरे, मेक इन इंडिया ट्रम्प के टैरिफ युद्ध का सही जवाब है। आज भारत को सही अर्थों में “आत्मनिर्भर भारत” बनाए जाने की सबसे अधिक आवश्यकता है। भारत के लिए केवल अमेरिका ही विदेशी व्यापार के मामले में सब कुछ नहीं होना चाहिए, भारत को अपने लिए नित नए बाजारों की तलाश भी करनी होगी। एक ही देश पर अत्यधिक निर्भरता उचित नहीं है। स्वदेशी उद्योगों को भी बढ़ावा देना ही होगा।

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futuredपॉजिटिव स्टोरी

वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और भारत की आर्थिक समृद्धि की यात्रा

विश्व के कुछ देशों में सत्ता परिवर्तन के बाद आर्थिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन होते हुए दिखाई दे रहे

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futuredइतिहासविविध

भारतवर्ष के अमृतकाल मे वंदे मातरम की प्रासंगिकता

विश्व इतिहास मे नारों का अपना इतिहास रहा हैं, कभी कभी तो एक नारा पूरे आंदोलन को बदल के रख देता हैं। इतिहास मे ऐसे कई उदाहरण हैं, जैसे स्वराज मेरा जन्मसिद्धह अधिकार हैं, गरीबी हटाओ आदि आदि। वर्तमान के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे भी हमने देखा होगा की कैसे कुछ नारे “एक हैं तो सेफ हैं” या “बटेंगे तो कटेंगे” पूरे चुनाव मे हावी रहा

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futuredपॉजिटिव स्टोरी

सामाजिक सहायता से आर्थिक समृद्धि तक हिंदू सनातन संस्कृति का योगदान

समाज में गरीब वर्ग के अन्य नागरिकों के लिए कोई चिंता का भाव दिखाई ही नहीं देता है। अतः भारत में समाज के नागरिकों द्वारा गरीब वर्ग के सहायतार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को गति देने के प्रयास करने चाहिए, जिससे देश के विकास को और अधिक गति मिल सके।

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