मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप कार्यक्रम में मेधावी छात्राओं को किया सम्मानित
रायपुर, 16 अगस्त 2025/रायपुर में आयोजित आईबीसी 24 स्वर्ण शारदा स्कॉलरशिप कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 12वीं कक्षा की प्रवीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाली छत्तीसगढ़ की मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया और उन्हें सहायता राशि के चेक प्रदान किए।
मुख्यमंत्री साय ने मेधावी छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत से सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने बेटियों से आग्रह किया कि भविष्य में मिलने वाली जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाएं। उन्होंने कहा, “यह स्कॉलरशिप न केवल छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ाएगी, बल्कि आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनके उच्च शिक्षा के सपनों को साकार करेगी। गरीब परिवारों की होनहार बेटियों के लिए यह पुरस्कार उनके भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गठन से पहले यह क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे था। अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों से इस राज्य का निर्माण हुआ और विकास यात्रा शुरू हुई। उन्होंने बताया कि अब ‘छत्तीसगढ़ अंजोर विजन-2047’ रोडमैप के माध्यम से विकसित छत्तीसगढ़ का सपना साकार करने की दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षा विकास का मूल मंत्र है। पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ में आईआईटी, आईआईएम, एम्स और 10 से अधिक मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए हैं, जिससे बच्चों के गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा के सपने पूरे हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि युक्तियुक्तकरण के निर्णय से अब प्रदेश का कोई स्कूल शिक्षकविहीन नहीं है। “कर्रेगुट्टा जैसे सुदूर अंचलों में, जहां पहले स्कूलों में ताले लटके रहते थे, वहां अब शिक्षक पहुंच रहे हैं। शिक्षकों की व्यवस्था में असंतुलन को दूर किया गया है,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा और औद्योगिक संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नई औद्योगिक नीति के परिणामस्वरूप डेढ़ वर्ष में 6.50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इस नीति में रोजगार सृजन को प्राथमिकता दी गई है, जिससे युवाओं को प्रदेश में ही कौशल अनुरूप रोजगार मिलेगा।
कार्यक्रम में छात्राओं ने मुख्यमंत्री से संवाद किया। गरियाबंद की प्रिया बघेल ने खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के बारे में पूछा, जिस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि खेलो इंडिया सेंटर के माध्यम से खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। खुशी देवांगन ने तकनीक और एआई से संबंधित सवाल उठाया, जिसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तकनीक-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों से 12वीं कक्षा में जिला टॉपर और राज्य की प्रवीण्य सूची में स्थान पाने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आईबीसी 24 समूह के चेयरमैन सुरेश गोयल, गणमान्य नागरिक, छात्राएं और उनके परिजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।