धमतरी में मुख्यमंत्री ने दिया ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का मंत्र, योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
रायपुर, 31 मई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज धमतरी में आयोजित समीक्षा बैठक में ‘विकसित छत्तीसगढ़’ का मंत्र देते हुए अधिकारियों को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए पूरी जिम्मेदारी और तन्मयता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ‘विकसित छत्तीसगढ़’ के लिए तैयार किया गया विजन डॉक्युमेंट एक स्पष्ट रोडमैप है, जिसमें दिशा-निर्देश और लक्ष्य तय हैं। रायपुर और धमतरी जिले में योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने सुशासन तिहार के समापन पर भी विचार रखे।
उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं का समाधान निरंतर चलता रहना चाहिए। जनसंवाद और समस्या समाधान की प्रक्रिया कभी रुकनी नहीं चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से नवाचार अपनाने और जनता के साथ सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजस्व त्रुटियों के लिए अधिकारी-कर्मचारी जिम्मेदार होते हैं, लेकिन भुगतना आम जनता को पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग में डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा देने और समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि जहां तहसीलदार सक्रिय हैं, वहां लंबित प्रकरणों की संख्या कम है। साथ ही, अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनता के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण और न्यूनतम समय में निपटाएं।
फ्लैगशिप योजनाओं को मिले प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पीएम आवास और जल जीवन मिशन को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, नीति आयोग की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार रायपुर और धमतरी में पर्यटन विकास की संभावनाओं पर भी काम करने को कहा गया है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर विशेष बल
मुख्यमंत्री ने जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने दंतेवाड़ा का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के डीईओ के उत्कृष्ट कार्य के चलते दसवीं और बारहवीं के नतीजे बेहतरीन रहे, जिसकी सराहना प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में भी की।
स्वास्थ्य विभाग में सतत निगरानी और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि धमतरी और रायपुर जैसे कृषि प्रधान जिलों में खरीफ फसल की तैयारी और किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है।
योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे
मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक बिना किसी बाधा के पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि विभागीय लक्ष्यों की प्राप्ति में कोई कठिनाई आती है तो राज्य स्तर पर उसे दूर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी जिलों की प्रगति की निगरानी की जा रही है और उनके पास प्रत्येक जिले का रिपोर्ट कार्ड है। सुशासन तिहार के दौरान अधिकारियों द्वारा समयबद्ध समाधान के लिए उन्होंने प्रशंसा करते हुए कहा कि अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा और काम में लापरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, सांसद रूप कुमारी चौधरी, विधायक अजय चंद्राकर, ओंकार साहू, महापौर रामू रोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष नेहरू निषाद, अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्ले, मुख्य सचिव सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव बसव राजु एस. सहित रायपुर और धमतरी के अधिकारी उपस्थित थे।
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