बस्तर में मुख्यमंत्री ने की चौपाल, 1.11 करोड़ की सौगात दी और सराहा जनजातीय शिल्प
रायपुर, 30 मई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शुक्रवार को बस्तर जिले के ग्राम नारायणपाल और शिल्पनगरी कोण्डागांव का दौरा किया। यह कार्यक्रम राज्य शासन की “सुशासन तिहार” पहल के अंतिम चरण का हिस्सा था, जिसके अंतर्गत शासन की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने और आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री सबसे पहले बस्तर के नारायणपाल पहुंचे, जहां उन्होंने गांव की देवगुड़ी परिसर में आम के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से जीवंत संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने गांव की मूलभूत समस्याओं और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की जानकारी ग्रामीणों से सीधे प्राप्त की। बिजली व्यवस्था, राशन वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना, महतारी वंदन योजना, शिक्षकों और पटवारियों की उपस्थिति जैसे मुद्दों पर उन्होंने ग्रामीणों की प्रतिक्रिया जानी।
लाभार्थियों ने साझा किए अनुभव
‘महतारी वंदन योजना’ की लाभार्थी श्रीमती सरिता कश्यप ने बताया कि वे स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं और योजना से मिलने वाली राशि का उपयोग बच्चों के इलाज और घरेलू खर्चों में कर रही हैं। जगमोहन कश्यप ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण पूरा होने की जानकारी दी।
श्रीमती ललिता बघेल ने कहा कि उन्हें पहले बेलमेटल का काम करने के लिए अपने गहने गिरवी रखने पड़ते थे, लेकिन अब बिहान योजना के तहत उन्हें 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता और 1.5 लाख रुपये तक का बैंक ऋण प्राप्त हो रहा है, जिससे उनका व्यवसाय सशक्त हुआ है। वहीं, श्रीमती पदमिनी ठाकुर ने बताया कि वे जैविक खाद और कीटनाशक दवाओं के निर्माण से जुड़ी हैं। इस अवसर पर महिला स्व-सहायता समूह की ओर से मुख्यमंत्री को ‘फूड बास्केट’ भेंट किया गया।
तकनीक आधारित पारदर्शिता की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी है। जनकल्याण ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सरकार तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार के रास्ते बंद कर रही है। पंजीयन की नई प्रक्रिया के तहत अब रजिस्ट्री के साथ नामांतरण की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। साथ ही 24 अप्रैल से शुरू हुए ‘अटल डिजिटल सेवा केंद्र’ अब तक 1460 ग्राम पंचायतों में स्थापित किए जा चुके हैं और जल्द ही इन्हें सभी ग्राम पंचायतों तक विस्तारित किया जाएगा।
1.11 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की घोषणा
मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर नारायणपाल और आसपास के क्षेत्रों में कुल 1 करोड़ 11 लाख रुपये के विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा की, जिनमें प्रमुख हैं—
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माध्यमिक शाला भवन (20 लाख रु.)
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मंदिरपारा प्राथमिक शाला (20 लाख रु.)
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स्ट्रीट लाइट और हाई मास्ट लाइट (15 लाख रु.)
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व्यावसायिक परिसर (20 लाख रु.)
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गोवर्धन भाटा से बोधघरा घर तक सी.सी. रोड (15 लाख रु.)
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दो पुलिया निर्माण (12 लाख रु.)
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धरमु घर से नाव घाट तक सी.सी. रोड (9 लाख रु.)
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की वन समितियों— कोटमसर, तीरथगढ़ और कामानार के 11 हितग्राहियों को वाहन वितरित किए। साथ ही कक्षा 10वीं व 12वीं के मेधावी छात्र-छात्राओं को टैबलेट और पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया।
कोण्डागांव में जनजातीय शिल्पों की सराहना
दोपहर बाद मुख्यमंत्री श्री साय ने शिल्पनगरी कोण्डागांव का भ्रमण किया। यहां उन्होंने प्रसिद्ध शबरी एम्पोरियम में बेलमेटल, रॉट आयरन, बांस और काष्ठ शिल्प की जनजातीय कलाकृतियों को देखा और उनकी विविधता व सुंदरता की सराहना की। उन्होंने शिल्पकारों से सीधी बातचीत कर निर्माण प्रक्रिया, डिज़ाइन, और विपणन संबंधी जानकारी ली। शिल्पकारों ने मुख्यमंत्री को बेलमेटल से निर्मित कलाकृति भेंट की।
प्रमुख जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति
इस संपूर्ण कार्यक्रम में बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप, केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम, नगर पालिका अध्यक्ष नरपति पटेल, उपाध्यक्ष जसकेतु उसेंडी, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव डॉ. बसवराजू एस., बस्तर कमिश्नर डोमन सिंह, आईजी सुंदरराज पी., कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना और पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार समेत अनेक जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
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