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सुनीता विलियम्स की पृथ्वी वापसी: 19 मार्च, 2025 को निर्धारित समय

सुनीता विलियम्स की वापसी को लेकर अमेरिका और भारत दोनों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। अमेरिका में NASA और उनके परिवार के सदस्य बेसब्री से उनके लौटने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं भारत में भी उनके भारतीय मूल के होने के कारण विशेष रुचि और गर्व की भावना देखी जा रही है। भारतीय विज्ञान प्रेमी तथा अंतरिक्ष अनुसंधान से जुड़े संस्थान इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए तैयार हैं। ज्ञात हो कि अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 19 मार्च, 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 3:27 बजे पृथ्वी पर लौटने वाली हैं। उनकी वापसी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से होगी। यह मिशन असाधारण रूप से लंबा हो गया, जो कि मूल रूप से 10 दिनों का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण 9 महीने तक खिंच गया।

सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बट्च विल्मोर ने जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर के पहले मानवयुक्त उड़ान परीक्षण के हिस्से के रूप में ISS की यात्रा की थी। यह मिशन मूल रूप से 10 दिनों के लिए निर्धारित था, लेकिन स्टारलाइनर में थ्रस्टर समस्याओं और अन्य तकनीकी मुद्दों के कारण उनकी वापसी में कई महीनों की देरी हुई।

NASA और स्पेसएक्स ने यह निर्णय लिया कि स्टारलाइनर को बिना चालक दल के वापस लाया जाएगा, और चालक दल स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल के माध्यम से लौटेगा। इस मिशन में NASA के निक हाग और रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी शामिल हैं।

वापसी का अनुमानित समय

घटना तिथि (ET) समय (ET) UTC समय और तिथि IST समय और तिथि
अनडॉकिंग 18 मार्च, 2025 1:05 AM 18 मार्च, 5:05 AM UTC 18 मार्च, 10:35 AM IST
स्प्लैशडाउन (लैंडिंग) 18 मार्च, 2025 5:57 PM 18 मार्च, 9:57 PM UTC 19 मार्च, 3:27 AM IST

समय क्षेत्र रूपांतरण के अनुसार, यह लैंडिंग भारतीय समयानुसार 19 मार्च, 2025 को सुबह 3:27 बजे होगी।

इस मिशन को कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा। अगस्त 2024 में, NASA ने घोषणा की कि स्टारलाइनर बिना चालक दल के वापस आएगा और चालक दल फरवरी 2025 तक ISS पर रहेगा। बाद में, स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन की लॉन्च में देरी और अन्य तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी की तिथि मार्च 2025 तक बढ़ा दी गई।

हालांकि मिशन की अवधि अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई, इस दौरान सुनीता विलियम्स ने ISS के कमांडर के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 16 मार्च, 2025 को उन्होंने रूसी कॉस्मोनॉट अलेक्जे ओवचिनिन को कमान सौंपी। इस विस्तारित अवधि में उन्होंने वैज्ञानिक प्रयोगों और स्टेशन के रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

यह मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण में आने वाली चुनौतियों और अप्रत्याशित परिस्थितियों का उदाहरण है। सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने अपने 9 महीने के विस्तारित प्रवास में महत्वपूर्ण कार्य किए और अब वे सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौटने की तैयारी में हैं। उनकी वापसी का यह ऐतिहासिक क्षण अंतरिक्ष विज्ञान और मानव अन्वेषण के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जाएगा।