पोर्ट ब्लेयर का नाम अब ‘श्री विजयपुरम’
दिल्ली 13 सितम्बर/ केंद्र सरकार ने अंडमान और निकोबार द्वीप की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजयपुरम’ कर दिया है। गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुलामी के प्रतीकों से मुक्ति के संकल्प के तहत उठाया गया है। उन्होंने कहा कि यह नाम भारत के स्वाधीनता संग्राम और अंडमान-निकोबार द्वीपों के महत्वपूर्ण योगदान को दर्शाता है।
मुख्य बिंदु:
- पोर्ट ब्लेयर का नाम ‘श्री विजयपुरम’: गुलामी के प्रतीकों से मुक्ति के उद्देश्य से नाम परिवर्तन।
- स्वाधीनता संघर्ष का ऐतिहासिक महत्व: द्वीप से जुड़ी चोल साम्राज्य और स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत।
- 2018 में अन्य द्वीपों के नामकरण: तीन प्रमुख द्वीपों के नाम बदलकर स्वराज, शहीद, और नेताजी सुभाष चंद्र द्वीप किया गया।
अमित शाह ने उल्लेख किया कि ‘श्री विजयपुरम’ का इतिहास चोल साम्राज्य के नौसेना अड्डे से जुड़ा है और यह द्वीप नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा पहली बार तिरंगा फहराने का गवाह भी है। इसके अलावा, सेलुलर जेल में वीर सावरकर और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष का स्थल भी यहीं है।
इससे पहले 2018 में पीएम मोदी ने अंडमान के तीन द्वीपों के नाम बदलकर हैवलॉक द्वीप को स्वराज द्वीप, नील द्वीप को शहीद द्वीप और रॉस द्वीप को नेताजी सुभाष चंद्र द्वीप के रूप में घोषित किया था।
श्री नरेंद्र मोदी जी एवं अमित शाह जी को इस कार्य संपादन के लिए तथा मुझ तक खबर पहुंचाने के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद ।नेताजी और उनसे जुड़ी यादों को जन-जन के मन में बचाए रखने के लिए तथा उनके प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।