प्रणम्य लेखनी के अक्षर पुरुष : साँवरमल सांगानेरिया का लोकार्पण
वाराणसी 25 जून 2024/ वाराणसी के डॉ राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय स्मृति समारोह के प्रथम सत्र में डॉ शुभदा पांडेय द्वारा लिखित पुस्तक प्रणम्य लेखनी के अक्षर पुरुष : साँवरमल सांगानेरिया का लोकार्पण साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ के. श्रीनिवासराव, विख्यात कहानीकार गोविंद मिश्र, प्रोफेसर चितरंजन मिश्र, डॉ जितेंद्र नाथ मिश्र, प्रोफेसर रामसुधार सिंह, डॉ दयानिधि , डा.आर्यमा सान्याल, के करकमलों से संपन्न हुआ। डॉ शुभदा पांडेय ने पुस्तक का परिचय दिया। विद्वानों ने डॉ साँवरमल सांगानेरिया की साधना की सराहना करते हुए उनकी लंबी उम्र और लेखनी की सक्रियता बनी रहने की शुभकामनाएं दीं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग से पधारे डॉ प्रभात मिश्र ने कहा कि साँवरमल सांगानेरिया पर अभी बहुत कुछ कार्य होना बाकी है, उनको इस पुस्तक के माध्यम से प्रत्यक्ष लाकर डॉ शुभदा पांडेय ने महनीय कार्य किया है। डॉ शशिकला ने उन्हें पूर्वोत्तर का महान संस्मरणकार कहा। छत्तीसगढ़ से पधारी डॉ पूनम संजू ने पुस्तक के विषयों को महत्वपूर्ण सामाजिक भूमिका बताई। इस अवसर पर देश के महान मूर्धन्य विद्वान प्रोफेसर अनंत मिश्र, प्रोफेसर वशिष्ठ अनूप, प्रोफेसर राधेश्याम दुबे, प्रोफेसर विवेक पांडेय, डॉ ओमनिश्चल, डॉ प्रेम जनमेजय, डॉ मुक्ता, डॉ प्रतिभा प्रसाद, डॉ राजकुमार उपाध्याय उपस्थित थे।