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मुख्यमंत्री ने संबलपुर में किया मांदरी महोत्सव का समापन, ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाने की अपील

रायपुर, 05 जून 2025/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज कांकेर जिले के संबलपुर हाई स्कूल कराठी में आयोजित दो दिवसीय बुढालपेन करसाड़ एवं मांदरी महोत्सव 2025 के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। यह महोत्सव क्षेत्र की पारंपरिक आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आदिवासी समाज के आराध्य बूढ़ादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि यह आयोजन हमारे पूर्वजों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का माध्यम है, जो नई पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ता है।

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत सभी लोगों से अपनी माता के नाम पर एक वृक्ष लगाने की अपील की।

कार्यक्रम में उन्होंने भानुप्रतापपुर और दुर्गुकोंदल में गोंडवाना समाज के भवन निर्माण हेतु 25-25 लाख रुपये, समाज के 12 परगनाओं में शेड निर्माण के लिए 10-10 लाख रुपये, 5 सर्कलों में शेड निर्माण के लिए 5-5 लाख रुपये तथा ग्राम पंचायत संबलपुर के भवन निर्माण की घोषणा की।

उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवासों को स्वीकृति दी गई है, जिनमें से 3 लाख परिवारों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गृह प्रवेश भी कराया जा चुका है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए महतारी वंदन योजना, मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना, तेंदूपत्ता बोनस योजना, सुशासन तिहार, धरती आबा ग्राम उत्कर्ष योजना, पीएम जनमन योजना और होम स्टे योजना जैसे कई नवाचार प्रारंभ किए गए हैं।

गांवों में बैंकिंग सुविधा उपलब्ध कराने हेतु अब तक 1460 ग्राम पंचायतों में अटल डिजिटल सेवा केंद्र खोले जा चुके हैं और आगामी समय में प्रत्येक पंचायत में इसे शुरू किया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नीति आयोग द्वारा आकांक्षी विकासखंडों को प्रोत्साहन स्वरूप 75 लाख रुपये की राशि का चेक कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर को सौंपा। उन्होंने प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया और युवाओं के कौशल विकास के लिए मावा मोदोल मंथन योजना का शुभारंभ किया। साथ ही, जिले की पांच टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को कांकेर सांसद भोजराज नाग, अंतागढ़ विधायक विक्रमदेव उसेंडी, भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मंडावी और कांकेर विधायक आशाराम नेताम ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने इस आयोजन को आदिवासी संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का सराहनीय प्रयास बताया।

गोंडवाना समाज समन्वय समिति भानुप्रतापपुर के अध्यक्ष हरीश चंद्र कावड़े की अध्यक्षता में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। पारंपरिक वेशभूषा में सजे युवक-युवतियों ने मनमोहक लोकनृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष किरण नरेटी, मत्स्य कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष भरत मटियारा, पूर्व सांसद मोहन मंडावी, पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा एवं सुमित्रा मारकोले, वरिष्ठ अधिकारी, बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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