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BRICS समिट 2024 में जयशंकर ने भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया

रूस के कजान में 24 अक्टूबर को आयोजित ब्रिक्स प्लस बैठक में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए मजबूती से समर्थन किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यवस्था को अधिक न्यायसंगत बनाने के लिए संस्थाओं में सुधार आवश्यक है।

जयशंकर ने स्पष्ट किया, ब्रिक्स यह दर्शाता है कि पुरानी व्यवस्था में गहरा बदलाव आ रहा है, लेकिन असमानताएं अभी भी बनी हुई हैं और नई चुनौतियों का सामना कर रही हैं।” उन्होंने वैश्विक असमानताओं पर चिंता जताते हुए कहा कि विकास के संसाधनों और आधुनिक तकनीकों तक पहुंच में असमानता बनी हुई है।उन्होंने कहा, “वैश्वीकरण के लाभ बहुत असमान रूप से वितरित हुए हैं। कोविड महामारी और विभिन्न देशों के संघर्षों ने ग्लोबल साउथ के लिए स्वास्थ्य, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा की चिंताओं को और बढ़ा दिया है।

जयशंकर ने चेतावनी दी कि दुनिया सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को प्राप्त करने में पीछे रह सकती है। उन्होंने कहा, “न्यायसंगत वैश्विक व्यवस्था की स्थापना के लिए स्वतंत्र प्लेटफार्मों को मजबूत करने की आवश्यकता है। ब्रिक्स इस दिशा में ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।”उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया, यह कहते हुए कि मौजूदा तंत्रों में बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मल्टीलैटरल डेवलपमेंट बैंकों की प्रक्रियाएं भी अप्रभावी हो गई हैं और इनमें सुधार की आवश्यकता है।यह समिट भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी स्थिति मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।

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