पीएम आवास योजना का झांसा देकर बुजुर्ग महिला से 2 लाख के जेवर की लूट
बलौदा बाजार पलारी जिले के नगर पंचायत रोहांसी में दो आरोपियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना का झांसा देकर एक अकेली बुजुर्ग महिला से 2 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए। घटना के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार 72 वर्षीया प्रेमा पाण्डेय अपने घर के बाहर दरवाजे पर अकेली बैठी थीं, तभी दो युवक वहां पहुंचे और खुद को सरकारी कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनका पीएम आवास योजना का पैसा आ गया है और इसके लिए फोटो खींचना जरूरी है। महिला के विश्वास में आते ही आरोपियों ने उनके गले, कान और पैरों में पहने गहनों के बारे में पूछा। जब महिला ने बताया कि ये सोने-चांदी के हैं, तो उन्होंने कहा कि फोटो में गहने दिखेंगे तो योजना का लाभ नहीं मिलेगा।”जब महिला जेवर उतारने से मना किया तो आरोपियों ने उन्हें डरा दिया कि अगर गहने नहीं उतारे तो योजना का पैसा नहीं मिलेगा।
डर के मारे महिला ने कुछ गहने खुद उतारे, जबकि कुछ को आरोपियों ने जबरन निकाल लिया। इसके बाद एक आरोपी ने महिला को फोटो खींचने के बहाने घर के पिछवाड़े बाड़ी में ले गया, जबकि दूसरा आरोपी गहनों की “रखवाली”करने लगा। कुछ देर बाद दोनों युवक गहने लेकर फरार हो गए। जब महिला को शक हुआ और वह गहने ढूंढने लगी, तब पता चला कि उन्हें ठग लिया गया है।
पीड़िता ने बताया कि गले के लॉकेट ,पत्ती, कान के झुमके और 50 तोला चांदी शामिल हैं, जो लगभग 2 लाख रुपये कीमत है। पीड़िता ने आगे बताया कि आरोपियों ने उन्हें अपने पति को बुलाने से रोका और कहा कि जरूरत नहीं है उन्हें बुलाने का एक फोटो खींचना है बोलकर बाड़ी में ले गए और इससे पहले उन लोगों को समझ पाती वे लोग भाग निकले । पीड़िता प्रेमा पाण्डेय ने बताया कि घर सिर्फ बुजुर्ग पति पत्नी ही रहते है बच्चे लोग पवार सहित बाहर रहते है ,जो घर पर के काम होने पर ही आते है।
पलारी थाना प्रभारी धीरेन्द्र दुबे ने बताया कि आरोपियों सुनसान घर पर अकेली बुजुर्ग महिला को शिकार बनाया है । हम सीसीटीवी फुटेज और मौके के सबूतों के आधार पर उनकी पहचान करने में जुटे हैं। थाने में मामला दर्ज किया है। वही टी आई ने कहा की दोनों युवक एक मोटर सायकल में आए थे,जिसमे एक का मुंह में कपड़ा बांद रखा था,
पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है और कहा कि”कोई भी सरकारी कर्मचारी बिना आईडी के गहने या पैसे मांगने नहीं आता। ऐसे व्यक्तियों पर संदेह करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।
इस घटना ने एक बार फिर सरकारी योजनाओं के नाम पर हो रही ठगी को उजागर किया है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
-रूपेश वर्मा