स्किल इंडिया मिशन ने देश की तस्वीर बदली, अब छत्तीसगढ़ बना रहा है नया इतिहास – मुख्यमंत्री साय
रायपुर, 20 जुलाई 2025/ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “हम विकसित भारत–विकसित छत्तीसगढ़” के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर कार्यरत हैं और इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है। मुख्यमंत्री साय भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किया जाएगा। गोल्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने 8183 प्रतिभागियों को एक सप्ताह के भीतर दिए गए प्रशिक्षण को प्रमाणित किया है और संस्थान को इसका प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने रूंगटा यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इस नि:शुल्क और अभूतपूर्व आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर एवं दक्ष बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भिलाई को इस्पात नगरी के साथ-साथ मिनी इंडिया भी कहा जाता है और शिक्षा के क्षेत्र में रूंगटा यूनिवर्सिटी का योगदान अत्यंत सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने विगत 25 वर्षों में प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और इस वर्ष को राज्य की रजत जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा संस्थानों का विस्तार उन्हीं के नेतृत्व में हुआ, जिससे राज्य में मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी, सिपेट, एम्स, और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थान स्थापित हुए।
उन्होंने यह भी कहा कि बीते डेढ़ वर्षों में सुशासन की स्थापना के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। शासन को पारदर्शी बनाने हेतु अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन की गई हैं, जिससे भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है और राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध प्रदेश है और इसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किया गया स्किल इंडिया मिशन तब शुरू हुआ जब भारत विश्व की 10वीं अर्थव्यवस्था था, और आज, एक दशक में भारत चौथे स्थान पर पहुँच चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेगा प्लेसमेंट कैंप्स ने नियोक्ताओं और प्रशिक्षित युवाओं के बीच संतुलन स्थापित किया है। यह डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को युवाओं के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि यह योजना अनुभव और आर्थिक प्रोत्साहन दोनों प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति में युवाओं के लिए विशेष अवसर सुनिश्चित किए गए हैं। एक हजार से अधिक स्थानीय युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योगों को अनुदान दिया जाएगा, वहीं बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों को अतिरिक्त रियायतें दी गई हैं। बस्तर के सभी 32 विकासखंडों में स्किल इंडिया मिशन की गतिविधियाँ शुरू की गई हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इससे निवेश को गति मिली है और अब तक 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में नवा रायपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी का शुभारंभ हुआ है। यह नवा रायपुर को फार्मा हब के रूप में विकसित करने की नीति और विशेष प्रावधानों के कारण संभव हुआ है। साथ ही, प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का शिलान्यास भी हुआ है, जो एआई और आईटी क्षेत्र में निवेश हेतु अनुदानों की देन है। नवा रायपुर में देश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क भी स्थापित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने निजी संस्थानों, विशेषकर रूंगटा यूनिवर्सिटी की सराहना की और कहा कि वे राज्य सरकार के प्रयासों में सहभागी बनकर छत्तीसगढ़ को स्किल हब के रूप में विकसित करने में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागियों और यूनिवर्सिटी परिवार को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि इस उत्सव के समापन समारोह में 8183 युवाओं को विभिन्न कौशलों का ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 25 चयनित प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गूगल, आईबीएम और इंटरनेशनल काउंसिल के साथ संयुक्त डिग्री कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। हार्वर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा एक सप्ताह में सर्वाधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के रिकॉर्ड की पुष्टि की गई।
इस अवसर पर सांसद विजय बघेल और विधायक रिकेश सेन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और आयोजन की सराहना की। उन्होंने इसे युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम बताया।
रूंगटा यूनिवर्सिटी के कुलपति संतोष रूंगटा ने स्वागत भाषण में विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी और कहा कि संस्थान राज्य सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को ग्लोबल स्किल हब बनाने हेतु सतत प्रयासरत है।
समारोह में संभागायुक्त एस.एन. राठौर, आईजी आर.जी. गर्ग, कलेक्टर अभिजीत सिंह, रूंगटा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, प्राध्यापक, विषय विशेषज्ञ, तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।