आज शाम 6.35 बजे दिल्ली पहुंचेंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, पीएम मोदी के साथ डिनर से शुरू होगा दो दिवसीय भारत दौरा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन आज गुरुवार शाम लगभग 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली के पालम वायुसेना स्टेशन पर पहुंचेंगे। यह उनकी चार साल बाद पहली भारत यात्रा है और यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद भारत का पहला उच्च स्तरीय रूसी राष्ट्रपति दौरा है।
भारत की ओर से यह दौरा 23वें भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के तहत ‘राजकीय यात्रा’ (State Visit) के रूप में आयोजित हो रहा है। पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर 4–5 दिसंबर तक भारत में रहेंगे।MEA India
पालम वायुसेना स्टेशन पर पुतिन के स्वागत के लिए भारतीय पक्ष की ओर से उच्च स्तरीय प्रोटोकॉल टीम, सुरक्षा अधिकारी और विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। आगमन के बाद आधिकारिक फोटो सेशन और औपचारिक स्वागत कार्यक्रम होगा।
पहले दिन का कार्यक्रम: पीएम मोदी के साथ निजी डिनर
शाम को राष्ट्रपति पुतिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ निजी रात्रिभोज में शामिल होंगे। यह डिनर बिना औपचारिक बयान और सीमित प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी में होने वाला अनौपचारिक संवाद माना जा रहा है, जिसमें दोनों नेता खुले माहौल में द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगे।
इस डिनर को महत्वपूर्ण इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इसी में आगे होने वाली शिखर वार्ता की रूपरेखा और माहौल तय होगा। पहले भी 2024 में मॉस्को यात्रा के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में इसी तरह का निजी डिनर दिया था।
दूसरे दिन की व्यस्त कूटनीतिक रूपरेखा
शुक्रवार को पुतिन का कार्यक्रम लगभग पूरे दिन चलेगा, जिसमें औपचारिक समारोह, शिखर वार्ता, व्यावसायिक कार्यक्रम और राष्ट्रपति भवन में भोज शामिल हैं। हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार की रूपरेखा broadly इस प्रकार है:
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सुबह 11.00 बजे – राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त रूप से पुतिन का स्वागत करेंगे। गार्ड ऑफ ऑनर और दोनों देशों के राष्ट्रगान बजाए जाएंगे। -
सुबह लगभग 11.30 बजे – राजघाट पर श्रद्धांजलि
पुतिन महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जाकर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। यह भारतीय कूटनीति में विदेशी राष्ट्राध्यक्षों के लिए लगभग अनिवार्य शिष्टाचार कार्यक्रम माना जाता है। -
सुबह लगभग 11.50 बजे – हैदराबाद हाउस में शिखर वार्ता
यहां 23वां भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापक मुद्दों पर बातचीत होगी। वार्ता के लिए करीब दो घंटे का समय रखा गया है। -
दोपहर 1.50 बजे – संयुक्त प्रेस वक्तव्य
हैदराबाद हाउस से ही प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन संयुक्त प्रेस बयान जारी करेंगे। इसमें ऊर्जा, व्यापार, रक्षा, परमाणु ऊर्जा और यूक्रेन संकट पर भारत की शांति–अपील जैसे मुख्य बिंदुओं का उल्लेख होने की संभावना है। -
दोपहर 3.40 बजे – बिजनेस इवेंट
पुतिन एक इंडो–रशियन बिजनेस इवेंट में हिस्सा लेंगे, जहां दोनों देशों के उद्योग जगत के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। फोकस भारत से रूस को निर्यात बढ़ाने, औषधि, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण और उपभोक्ता उत्पादों में सहयोग पर रहेगा, ताकि व्यापार असंतुलन कम किया जा सके। -
शाम – राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात व भोज
शाम करीब 7 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से पुतिन की मुलाकात होगी और उनके सम्मान में राजकीय भोज दिया जाएगा। उसके बाद देर रात पुतिन के दिल्ली से लौटने का कार्यक्रम है।
वार्ता का एजेंडा: व्यापार, ऊर्जा, रक्षा और 2030 तक की रूपरेखा
विदेश मंत्रालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह राजकीय दौरा दोनों देशों को अपने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने, ‘विशेष व विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझेदारी’ को और मजबूत करने और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर विचार–विमर्श का अवसर देगा।
रिपोर्टों के मुताबिक शिखर वार्ता में प्रमुख मुद्दे होंगे:
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कच्चे तेल और ऊर्जा आपूर्ति पर दीर्घकालिक समझौते
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भुगतान व्यवस्था और बढ़ते व्यापार असंतुलन को संतुलित करने के उपाय
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रक्षा क्षेत्र में सहयोग, विशेषकर ब्रह्मोस मिसाइल के उन्नत संस्करण और संभावित हाइपरसोनिक प्रणालियों पर चर्चा
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परमाणु ऊर्जा सहयोग और चल रहे प्रोजेक्ट
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2030 तक के लिए रणनीतिक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम को अंतिम रूप देना
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भारतीय प्रोफेशनल्स और वर्कर्स के लिए रूस में अवसर बढ़ाने की संभावनाएं
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, यात्रा के अंत में दोनों देश एक संयुक्त बयान और कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिनमें व्यापार, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और मीडिया सहयोग जैसे क्षेत्र शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली में सुरक्षा के सख्त इंतजाम, ट्रैफिक डाइवर्जन
दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने पुतिन के दौरे को देखते हुए राजधानी में बहु–स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया है। दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे आज शाम और शुक्रवार को अनावश्यक रूप से सेंटरल दिल्ली की ओर यात्रा से बचें, और यात्रा से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी जरूर देख लें।
कूटनीतिक महत्व
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब भारत–रूस संबंधों पर यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी प्रतिबंधों की छाया बनी हुई है, वहीं ऊर्जा और रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच गहरे हित जुड़े हैं। पुतिन की यह यात्रा 2021 के बाद पहली भारत यात्रा होगी और इसे दोनों देशों की दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी की निरंतरता के रूप में देखा जा रहा है।

