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पुतिन की चेतावनी “हम पश्चिमी देशों के सैन्य ठिकानों पर हमला करेंगे”

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि रूस को उन देशों के सैन्य ठिकानों पर हमला करने का अधिकार है, जिनके हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन ने रूस की धरती पर हमला करने के लिए किया है। पुतिन का यह बयान एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों की भूमिका को लेकर बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति को दर्शाता है।

पुतिन ने कहा, “हम खुद को इस हक से वंचित नहीं मानते कि हम उन देशों के सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकते हैं, जिनके हथियार हमारे ठिकानों के खिलाफ यूक्रेन द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “अगर आक्रामक गतिविधियों में वृद्धि होती है, तो हम उसी तरह से सख्त प्रतिक्रिया देंगे।”

पुतिन का यह बयान पश्चिमी देशों, खासकर अमेरिका और ब्रिटेन, को सीधी चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है, जिन्होंने यूक्रेन को विभिन्न प्रकार के हथियारों की आपूर्ति की है। इन हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेनी सेना ने रूस के अंदर कई रणनीतिक ठिकानों पर हमले करने के लिए किया है, जिससे रूस की प्रतिक्रिया में तीव्रता आ रही है।

इससे पहले भी रूस ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया था कि वे यूक्रेन को युद्ध सामग्री भेजकर युद्ध में हस्तक्षेप कर रहे हैं। पुतिन के इस बयान से यह साफ है कि रूस अब अपने सैन्य ठिकानों पर हमलों के लिए उन देशों को भी जिम्मेदार मानता है, जो यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं।

रूस की यह प्रतिक्रिया तब आई है जब यूक्रेन के सैन्य बलों ने रूस के विभिन्न क्षेत्रों में पश्चिमी देशों से प्राप्त हथियारों का इस्तेमाल करते हुए हमले तेज कर दिए हैं। ऐसे में रूस के लिए यह मामला सुरक्षा की चिंता बन चुका है, और पुतिन ने स्पष्ट किया कि रूस अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।