प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को नई उड़ान: सरकार ने 1009 नए पदों की दी स्वीकृति, युवाओं को मिलेगा रोजगार का अवसर
राज्य सरकार ने प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा को सशक्त बनाने और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रत्येक जिले तक पहुंचाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने मेडिकल, नर्सिंग और फिजियोथैरेपी कॉलेजों के लिए 1009 नए पदों की स्वीकृति प्रदान की है। इन पदों पर भर्ती से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य गठन के समय प्रदेश में केवल एक ही मेडिकल कॉलेज था, लेकिन अब राज्य के हर कोने में मेडिकल, नर्सिंग और फिजियोथैरेपी संस्थानों का मजबूत नेटवर्क तैयार हो चुका है। उन्होंने कहा कि नए पदों की स्वीकृति से स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी और यह निर्णय प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का नया मार्ग खोलेगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों और लोगों को इलाज के लिए बड़े शहरों की ओर न जाना पड़े।
स्वीकृत पदों का विवरण
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मेडिकल कॉलेज रायगढ़ – 39 पद
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डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, रायपुर – 1 पद
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मेडिकल कॉलेज बिलासपुर – 20 पद
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गवर्नमेंट फिजियोथेरेपी कॉलेज, जगदलपुर, जशपुर, मनेंद्रगढ़ – 108 पद (प्रत्येक में 36)
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नए फिजियोथेरेपी कॉलेज (मनेंद्रगढ़, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर) – 216 पद
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नए मेडिकल कॉलेज (दंतेवाड़ा, मनेंद्रगढ़, कुनकुरी-जशपुर) – 180 पद (प्रत्येक में 60)
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जांजगीर-चांपा और कबीरधाम में नया मेडिकल कॉलेज – 120 पद (प्रत्येक में 60)
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सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, बिलासपुर – 55 पद
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मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर (रेडियोथेरपी विभाग) – 7 पद
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नर्सिंग कॉलेज (दंतेवाड़ा, बैकुंठपुर, बीजापुर, बलरामपुर, जशपुर) – 210 पद
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नए नर्सिंग कॉलेज (नवा रायपुर, पुसौर-रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कुरूद-धमतरी) – 168 पद
स्वास्थ्य मंत्री ने जताया आभार
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने नए पदों की मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कदम राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा। साथ ही विभिन्न विशेषज्ञताओं में राज्य की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
सरकार का मानना है कि इन पदों पर भर्ती होने से न केवल चिकित्सा शिक्षा को गति मिलेगी, बल्कि प्रदेश के नागरिकों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी। यह निर्णय स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई दिशा और ऊर्जा का संचार करेगा।

