राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
रायपुर, 21 अक्टूबर 2025/ राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज चौथी वाहिनी, छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल, माना रायपुर के प्रांगण में आयोजित पुलिस स्मृति दिवस परेड कार्यक्रम में शामिल हुए। दोनों ने प्रदेशवासियों की ओर से पुलिस के शहीद वीर जवानों को नमन किया और शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के परिजनों से भेंटकर संवेदना व्यक्त की तथा उन्हें शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट किए।
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि कर्तव्य पालन के दौरान शहीद हुए पुलिस जवानों का साहस, पराक्रम और त्याग देश को सदैव प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने कहा कि पुलिस जवान चौबीसों घंटे निष्ठा और अनुशासन के साथ सेवा देते हैं, जिससे नागरिक शांति, सुरक्षा और विश्वास के वातावरण में जीवन व्यतीत कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण है—जहां कानून-व्यवस्था बनाए रखना और नागरिकों को भयमुक्त वातावरण प्रदान करना दोनों ही उनका दायित्व है।
राज्यपाल ने कहा कि आम जनता को भी पुलिस के प्रति सहयोगी और मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने दृढ़ संकल्प और साहस के साथ नक्सलवाद की चुनौती का सामना किया है, जिसके परिणामस्वरूप अब इन क्षेत्रों में शांति और विश्वास का वातावरण मजबूत हुआ है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में राज्य पूर्णतः नक्सल समस्या से मुक्त होगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि 21 अक्टूबर वह दिन है जब हम देश की सुरक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिस बल के जवानों का पुण्य स्मरण करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बल कठिन परिस्थितियों में भी समाज की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। यह दिवस न केवल वीर जवानों के पराक्रम का स्मरण कराने का अवसर है, बल्कि उनके परिजनों के त्याग को भी नमन करने का अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के विरुद्ध सुरक्षा बलों ने अद्वितीय साहस दिखाया है और अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। नियद नेल्ला नार, पीएम जनमन और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जैसी योजनाएं सुदूर अंचलों के गांवों की तस्वीर बदल रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद के उन्मूलन की लड़ाई और तेज हुई है तथा राज्य सरकार मार्च 2026 तक इसके पूर्ण उन्मूलन के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री ने अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उनका बलिदान सदैव स्मरणीय रहेगा और हमें कर्तव्य, अनुशासन एवं समर्पण की प्रेरणा देता रहेगा।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि हमारे जवान बस्तर में नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने की दिशा में अदम्य साहस और वीरता के साथ संघर्षरत हैं। वे केवल नक्सलवाद से मुकाबला नहीं कर रहे, बल्कि बस्तर में विकास कार्यों को भी गति दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शहीद जवानों की स्मृति को सहेजने और उनके परिवारों की सहायता के लिए प्रतिबद्ध है।
शर्मा ने बताया कि स्मारिका के माध्यम से शहीद जवानों के बलिदान को चिरस्थायी बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने शहीद परिवारों की सहायता हेतु आईजी और एसपी कार्यालयों में की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी और पुलिस जवानों की वीरता को नमन किया।
इस अवसर पर विधायक मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत, वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण, संभाग आयुक्त महादेव कांवरे, आईजी अमरेश मिश्रा, पुलिस जवान तथा शहीद जवानों के परिजन उपस्थित थे।

